ओपीडी में हड़ताल की तारीख के साथ लगे बैनर
हाल यह है कि हमीदिया अस्पताल के कई डॉक्टर ओपीडी पर्चे में हड़ताल की तारीख लिख रहे हैं। साथ ही अस्पताल में कई स्थान पर हड़ताल से संबंधित बैनर भी लगाए गए हैं। बता दें, बीते सप्ताह प्रदेश के चिकित्सक महासंघ और विभागीय अधिकारियों की औचक बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक के दौरान अधिकारियों ने डॉक्टरों की मांगे मानने से इंकार कर दिया। मांगे नकारने के बाद महासंघ ने अधिकारियों पर चिकित्सकों को धोखा देने का आरोप लगाते हुए तीन मई से प्रदेशभर में आंदोलन और हड़ताल का निर्णय लिया है।
हाल यह है कि हमीदिया अस्पताल के कई डॉक्टर ओपीडी पर्चे में हड़ताल की तारीख लिख रहे हैं। साथ ही अस्पताल में कई स्थान पर हड़ताल से संबंधित बैनर भी लगाए गए हैं। बता दें, बीते सप्ताह प्रदेश के चिकित्सक महासंघ और विभागीय अधिकारियों की औचक बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक के दौरान अधिकारियों ने डॉक्टरों की मांगे मानने से इंकार कर दिया। मांगे नकारने के बाद महासंघ ने अधिकारियों पर चिकित्सकों को धोखा देने का आरोप लगाते हुए तीन मई से प्रदेशभर में आंदोलन और हड़ताल का निर्णय लिया है।
शासकीय चिकित्सक विडंबना की स्थिति में – डॉ. मालविया महासंघ के मुख्य संयोजक डॉ. राकेश मालवीय ने कहा कि अधिकारियों ने पिछली बैठक में बनी सहमति और वादों को नकार दिया है। वित्तीय भार का कोई मामला नहीं है। डीएसीपी को लेकर जो पिछली निर्णायक बैठक में आम सहमति बनी थी। इसने चिकित्सकों के सामने विडंबना की स्थिति पैदा कर दी है।
कई जिलों ने काली पट्टी बांध कर किया चिकित्सीय कार्य
जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के दरवाजे पर लगाया पोस्टर मुख्यमंत्री आपके वादे को याद करो। डॉक्टर बोले सभी चिकित्सकों ने अपने अपने जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में एक मई से आंदोलन और 3 मई से सभी चिकित्सीय कार्य, ओपीडी, आईपीडी, ऑपरेशन व पोस्टमार्टम पूरी तरह से बंद हो जाएगा।
जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के दरवाजे पर लगाया पोस्टर मुख्यमंत्री आपके वादे को याद करो। डॉक्टर बोले सभी चिकित्सकों ने अपने अपने जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में एक मई से आंदोलन और 3 मई से सभी चिकित्सीय कार्य, ओपीडी, आईपीडी, ऑपरेशन व पोस्टमार्टम पूरी तरह से बंद हो जाएगा।