इसलिए शुरू किया कोर्स
कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद लोग कई तरह-तरह का तनाव झेल रहे हैं। स्कूली बच्चों से लेकर युवा और बुजुर्ग तक प्रभावित हैं। किसी को नौकरी जाने का डर सता रहा है, तो किसी को अपना काम बेहतर करने का। कोई ज्यादा देर तक ड्यूटी से तनाव में है, तो कोई वेतन कम होने की चिंता में डूबा है। किसी की नौकरी दूसरे शहर में तो उसे माता-पिता की चिंता है। दूसरी लहर के बाद हालात सामान्य तो हो गए, लेकिन लोगों की आर्थिक परिस्थिति, कार्यस्थल का माहौल आदि में बदलाव आ गया हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इन बदली हुई परिस्थितियों में योग के माध्यम से प्रशिक्षित कर उन्हें शारीरिक, मानसिक रूप से मजबूत बनाया जा सकता है।
क्या होगा कोर्स में
‘स्ट्रेस मैनेजमेंट थ्रू योगा’ कोर्स में प्रवेश लेने वाले छात्रों को बताया जाएगा कि शरीर के किस अंग की क्या भूमिका होती है और उसका क्या कार्य है। कौनसा योग-प्राणायाम शरीर के किस अंग को किस तरह प्रभावित करता है। मुख्य रूप से प्राणायाम सिखाया जाएगा। डेढ़ घंटे की नियमित कक्षा होगी। इसके साथ शरीर विज्ञान विषय पढ़ाया जाएगा। इसमें बताएंगे कि तनाव के कारण शरीर के किस सिस्टम पर क्या प्रभाव पड़ता है। फिर इन सिस्टम को दुरुस्त करने में योग किस प्रकार सहायता करता है।
रोजगार के अवसर
इस कोस के बाद कॉर्पोरेट सेक्टर में कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने, अस्पतालों में योग थैरेपी देने, स्पा सेंटर, जिम सेंटर में रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
गैस पीडि़तों पर अध्ययन में भी बताया कारगर
भोपाल में गैस पीडि़तों पर की स्टडी में भी यह सामने आया है कि योग बहुत ही लाभदायक है। इससे गैस पीडि़तों को रोगों से उबरने के साथ ही मानसिक तौर पर सकारात्कम बदलाव देखने को मिला। इसी स्टडी के बाद भोपाल में गैस पीडि़तों के लिए सात योग केंद्र शुरू किए गए।
समाज में पॉजिटिव एनर्जी निर्मित होगी
समाज में युवा अगर ये विधि सीख लेगा कि किस तरह योग से तनाव मुक्त रहा जाए तो यह परिवार और समाज के लिए भी सुखदायी होगा। इससे समाज में पॉजिटिव एनर्जी निर्मित होगी।
– साधना दौनेरिया, अध्यक्ष, योग विभाग, बरकतउल्ला विवि
विश्व के कई देशों में की गई स्टडी में योग को बताया लाभदायक
जर्मनी, इंडिया सहित कई देशों में मानव मस्तिष्क पर योग के प्रभाव को लेकर कई स्टडी की गई हैं। इन शोध में ये सामने आया है कि सही तरीके से किया गया योग मानव में मानसिक और शारीरिक रूप से सकारात्मक बदलाव लाता है। इसलिए निश्चित रूप से योग तनाव को दूर करने में सहायक है।
– रूमा भट्टाचार्य, अध्यक्ष, इंडियन साइकेट्री सोसायटी एमपी स्टेट ब्रांच