बगैर रोटरी के आएगी दिक्कतें
दूसरी तरफ होशंगाबाद रोड साइट पर पीडब्ल्यूडी ने जरूरी डबल आर्म लैंडिंग चढऩे और उतरने के लिए बनाई है। इससे ट्रैफिक नियंत्रित किया जा सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक दानापानी साइट पर बगैर रोटरी दिक्कतें आने की पूरी आशंका है।
आरओबी की लैंडिंग का काम जारी
आरओबी बावडि़या कलां नहर किनारे से होशंगाबाद सर्विस रोड तक 847.64 मीटर की लंबाई पर सीधी दिशा में बनकर तैयार है। प्रोजेक्ट की लागत 38.5 करोड़ रुपए से बढ़कर 42 करोड़ रुपए हो चुकी है। अहमदाबाद की रचना कंस्ट्रक्शन कंपनी को टेंडर मिला है। होशंगाबाद रोड की तरफ वाली साइडिंग पर 15 मीटर चौड़े फोरलेन ब्रिज की लैंडिंग का काम जारी है। इसे होशंगाबाद रोड-मिसरोद-कटारा हिल्स की ओर जाने वाले मार्ग से ट्रांजिट कनेक्टिविटी मिलेगी।
इन्हें मिलेगी राहत
आरओबी बनने से कोलार, शाहपुरा, चूनाभट्टी, दानापानी को होशंगाबाद रोड, मिसरोद, कटारा हिल्स तक कनेक्टिविटी मिलेगी। अभी रहवासी बावडि़या कलां फाटक पर निर्भर हैं, जो दिन में 100 से ज्यादा बार बंद रहता है।
फैक्ट फाइल
होशंगाबाद रोड की ओर डबल आर्म वाली लैंडिंग से थोड़ी राहत की उम्मीद
कलियासोत-कटारा हिल्स डबललेन रोड से आरओबी को दी जाएगी कनेक्टिविटी
42 करोड़ रुपए : बावडि़या कलां आरओबी की लागत
847.64 मीटर : नहर से बीआरटीएस तक लंबाई
15 मीटर : फोरलेन रूट की चौड़ाई
2012 : प्रस्ताव पेश किया गया था
2019 दिसंबर: तक बनकर तैयार हो जाएगा
आमतौर पर अनुमानित पीसीयू के मुकाबले आरओबी या रास्तों की चौड़ाई अधिक रखी जाती है। 60 हजार पीसीयू के मुकाबले 15 मीटर की चौड़ाई पर्याप्त है। मैनिट को डिजाइन दिखाई जा चुकी है, फिर भी यदि दिक्कत आई तो इसमें सुधार करेंगे।
रवि शुक्ला, एसडीओ, पीडब्ल्यूडी