ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के मौसम में थोड़ी सी लापरवाही से बड़ी बीमारियों का कारण बन सकती है। चिकित्सकों का कहना है कि इस मौसम में तापमान लगातार कम ज्यादा होने से बैक्टीरिया का प्रभाव ज्यादा तेजी से होता है। इस मौसम में डेंगू, मलेरिया से लेकर स्वाइन फ्लू बहुत तेजी से बढ़ते हैं।
फिलहाल डेंगू और मलेरिया के मरीज नहीं मिल रहे, लेकिन वायरल के मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई है। शनिवार को हमीदिया अस्पताल में 2235 मरीज पहुंचे इसमें 1305 मरीज वायरल, मौसमी बीमारियों से संबंधित थे। वहीं जेपी अस्पताल में भी ओपीडी में 1985 में शाम को 1145 मरीज मौसमी बीमारी का इलाज कराने पहुंचे।
मच्छरों से ज्यादा खतरा
गांधी मेडिकल कॉलेज के श्वास रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पराग शर्मा बताते हैं कि इस मौसम में मच्छरों की संख्या अचानक बढ़ जाती है। ऐसे में मच्छर जनित रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के साथ गंदे पानी और गंदगी से होने वाली बीमारियां जैसे हैजा, डायरिया, टाइफाइट, हेपेटाइटिस जैसी बीमारियां बढ़ती हैं।
इस मौसम में ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। पानी उबाल कर ही पिएं भले ही वह फिल्टर ही क्यों ना हो। भोजन भी ताजा पकाया हुआ ही उपयोग करें। इन दिनों वायरल के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अगर अभी से नियमों का पालन नहीं किया तो यह कोरोना का रूप भी ले सकता है। बारिश में अक्सर इम्युनिटी कम हो जाती है, ऐसे में इम्यूनिटी बूस्टर दवाओं और भोजन का उपयोग करें।
– डॉ. लोकेन्द्र दवे, विभागाध्यक्ष, रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ रेस्पेरेटरी