हम दूसरों पर आरोप तो लगा देते हैं लेकिन ये नहीं सोचते की समाज और देश के प्रति हम खुद क्या जिम्मेदारियां निभा रहे हैं। ये बातें पत्रिका कार्यालय में ‘गणतंत्र के प्रहरीÓ विषय पर आयोजित टॉक शो में विभिन्न फील्ड के एक्सपट्र्स ने कही। सभी ने कहा कि हम ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभाकर देश के विकास के साथ अच्छे समाज के निर्माण में भी सहयोग दे सकते हैं।
भोपाल को झीलों का शहर कहा जाता है, लेकिन हम इसे सीवेज टैंक बनाते जा रहे हैं। यदि हमने ध्यान नहीं दिया तो हमारी विरासत खत्म हो जाएगी। हमारा शहर लाइव फिल्म सिटी है। यदि विरासत को समृद्ध रखने में कामयाब रहे तो यहां फिल्मों की शूटिंग के साथ पर्यटन भी बढ़ेगा। – जैद जुल्फिकार अली, लाइन प्रोड्यूसर
सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं के लिए हर नागरिक सरकार से उम्मीदें रखता है, लेकिन क्या उसे साफ रखने में हम मदद करते हैं। ये हमारा फर्ज है कि हम किसी भी तरह के व्यसन से दूर रहे। लाइफ स्टाइल में परिवर्तन कर खुद को स्वस्थ रखें। खुद की सेहत अच्छी रखना भी हमारी ड्यूटी है। – डॉ. प्रदीप कपूर, चाइल्ड स्पेशलिस्ट