scriptरजिस्ट्री कराने से पहले फर्जीवाड़े से बचने के लिए खुद जांच सकते हैं खसरे, जिले का रिकॉर्ड अपडेट | Before registering, to avoid fraud, you can check measles, update the | Patrika News

रजिस्ट्री कराने से पहले फर्जीवाड़े से बचने के लिए खुद जांच सकते हैं खसरे, जिले का रिकॉर्ड अपडेट

locationभोपालPublished: Jul 11, 2021 07:08:46 pm

– पंजीयन विभाग की साइट एमपीआईजीआर को गूगल में डालकर खसरे के कॉलम में पता कर सकते हैं जमीन की पूरी जानकारी, आयुक्त भू अभिलेख लगातार अपडेट कर रहे रिकॉर्ड

रजिस्ट्री कराने से पहले फर्जीवाड़े से बचने के लिए खुद जांच सकते हैं खसरे, जिले का रिकॉर्ड अपडेट

– पंजीयन विभाग की साइट एमपीआईजीआर को गूगल में डालकर खसरे के कॉलम में पता कर सकते हैं जमीन की पूरी जानकारी, आयुक्त भू अभिलेख लगातार अपडेट कर रहे रिकॉर्ड

भोपाल. जमीनों की खरीद फरोख्त के दौरान हो रहे फर्जीवाड़े से बचने के लिए पंजीयन विभाग ने अपनी साइट में खसरे के कॉलम में जिले का रिकॉर्ड अपडेट किया है। आयुक्त भू अभिलेख मप्र से लिंक करने के बाद इसमें तीनों तहसीलों हुजूर, बैरसिया और कोलार के जमीन संबंधी खसरों की जानकारी उपलब्ध है। रजिस्ट्री कराने से पहले आप खुद ही खसरा नंबर से जांच कर सकते हैं। इससे आप को स्पष्ट हो जाएगा कि जमीन वाकई उसी व्यक्ति ही है जिससे आप खरीद रहे हैं या फिर किसी और की। कोरोना काल में भू अभिलेख और पंजीयन विभाग ने जिले के एक-एक राजस्व निरीक्षण मंडल, गांव, पटवारी हल्का, भोपाल शहर के खसरों को साइट पर अपडेट कर दिया है। इसमें चाहें तो भू स्वामी के नाम से भी जमीन सर्च की जा सकती है।
इससे पहले काफी लोग जमीनों की रजिस्ट्री कराने से पहले रिकॉर्ड रूम से खसरों की जानकारी निकलवाते थे। लेकिन अब ये लिंक सीधे पंजीयन विभाग की वेबसाइट एमपीआईजीआर पर उपलब्ध है। इससे रिकॉर्ड रूम में कागज निकलवाने में लगने वाले समय की बचत भी होगी।
ये फायदा होगा
– जिले में कोई भी प्लॉट खरीदने से पहले उसके खसरे नंबर के आधार पर उसकी जांच कर सकते हैं। जमीन का उपयोग भी पता कर सकते हैं। ऐसे में कृषि जमीन पर कॉलोनी काटने वालों के चंगुल से बच सकते हैं। बाद में ऐसी कॉलोनियों पर प्रशासन कार्रवाई करता है।
– प्लॉट किस के नाम पर है, रजिस्ट्री करने वाला व्यक्ति सही है या नहीं, इसकी जानकारी भी इसमें की जा सकती है।
– इसे भू अभिलेख की साइट से भी लिंक किया है। इसमें किसी भी स्थान का नक्शा निकालकर उसे भी जांच सकते हैं। इसमें नक्शे पर ही खसरों के नंबर डले हैं। भूमि का प्रकार (1) शासकीय भूमि (2 ) निजी भूमि (3) अनलिंक भूमि, सब के बारे में बताया है।
प्रोजेक्ट की जांच भी कर सकते हैं

इसी साइट में रेरा रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन में जाकर राजधानी ही नहीं प्रदेश के किसी भी अप्रूव्ड बिल्डर के प्रोजेक्ट की जानकारी की जा सकती है। बिल्डर के पास किस विभाग की अनुमति है, उसका रेरा में रजिस्ट्रेशन है या नहीं। टीएंडसीपी से क्या नक्शा पास है और बिल्डर बना क्या रहा है। सब कुछ इसमें देखा जा सकता है।
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