भोपाल

नर्मदा के बाद अब वेतवा का रौद्र रूप: खतरे के निशान से 6 फीट ऊपर बह रही नदी, चंबल-पार्वती का भी जलस्तर बढ़ा

जिले में बारिश का दौर थम गया है। लेकिन 72 घंटे बाद भी हालात में सुधार नहीं हुआ है।

भोपालSep 01, 2020 / 10:36 am

Pawan Tiwari

नर्मदा के बाद अब वेतवा का रौद्र रूप: खतरे के निशान से 6 फीट ऊपर बह रही नदी, चंबल-पार्वती का भी जलस्तर बढ़ा

भोपाल. मध्यप्रदेश में बारिश थम गई है लेकिन तबाही का मंजर नहीं थमा है। भारी बारिश के कारण डैम भर चुके हैं तो नादियां रौद्र् रूप में हैं। होशंगाबाद में नर्मदा नदी का जलस्तर कम हुआ है, लेकिन इसी बीच बेतवा और पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ गया है। विदिशा में वेतवा नदी और श्योपुर में पार्वती खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
खतरे के निशान से 6 फीट ऊपर वेतवा
विदिशा में वेतवा नदी खतरे के निशान से 6 फीट ऊपर बह रही है। विदिशा -भोपाल, विदिशा-अशोकनगर मार्ग सोमवर को बंद रहे। जबकि प्रशासन ने विदिशा में 850 लोगों का रेस्क्यू किया है।
पार्वती खतरे के निशान से ऊपर
श्योपुर जिले में बारिश नहीं हो रही है, लेकिन मालवा, चंबल और भोपाल में हुई बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। सोमवार को पार्वती नदी का जलस्तर खतरे के निशान 198 मीटर से चार फीट ऊपर से बह रहा था। जिस कारण श्योपुर से कोटा मार्ग दूसरे दिन भी बंद रहा। वहीं, दूसरी तरफ चंबल नदी भी रौद्र रूप में नजर आ रही है। चंबल नदी का जलस्तर 194.16 मीटर हो गया है। जबकि खतरे का निशान 199.50 मीटर है।
होशंगाबाद में अभी भी शिवरों में लोग
जिले में बारिश का दौर थम गया है। लेकिन 72 घंटे बाद भी हालात में सुधार नहीं हुआ है। गंदगी और कीचड़ से संक्रमण रोग का खतरा बढ़ गया है तो अभी भी निचली बस्तियों में पानी भरा हुआ है। जिले के करीब 2365 बाढ़ पीड़ितों को शिविरों में ठहराया गया है। वहीं, प्रदेश भर में बारिश के कारण 80 फीसदी फसले खराब हो गई हैं।
बारिश में अब ब्रेक
भारी बारिश के बाद अब राजधानी भोपाल में दो दिनों से मौसम खुला हुआ है। मौसम विभाग ने इस सप्ताह बारिश नहीं होने का अनुमान लगाया है। मौसम विभाग के अनुसार, इस सप्ताह मौसम खुला रहेगा। हालांकि मौसम वैज्ञानिक एके नायक ने कहा कि फिलहाल ज्यादा अनुमान नहीं लगाया जा सकता है।

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