संचालक बोला— हां मैंने मना किया था
पत्रिका से हुई बातचीत में कैंटीन संचालक जितेन्द्र सिंह ने यह बात स्वीकारी है कि उसने आर्टिस्ट भावना सिंह को पुलाव खराब होने की शिकायत के बाद और कुछ देने से मना किया था। हालांकि जितेन्द्र इसके पीछे दूसरी वजह बता रहे हैं। उनका कहना है कि इससे पहले भी भावना के पति परीक्षित कैंटीन आए पुलाव और दही ऑर्डर किया लेकिन सिर्फ पुलाव का पैसा दिया। घटना वाले दिन जब उन्होंने पुलाव ऑर्डर किया तो करीब 20 मिनट तक वो पंखे के नीचे रखा रहा, बाद में भावना ने इसे खाने से इनकार करते हुए बदलने को कहा। चूंकि मुझे पहले से ही घाटा हो रहा था लिहाजा मैंने उनसे कहा कि हमारे पास आपके लिए कुछ नहीं है।
एक बार भी नहीं हुआ सैंपल टेस्ट
भारत भवन की कैंटीन को लेकर एक और नया मामला सामने आया है। अधिकारियों के मुताबिक मौजूदा संचालक के पास अप्रैल 2016 से टेंडर है। इस साल रिव्यू कमेटी की अनुशंसा पर इसे एक साल का एक्सटेंशन दिया गया था लेकिन इस अवधि में कभी भी इस कैंटीन के फूड आइटम्स का सैंपल टेस्ट नहीं कराया गया।
ये था मामला
शुक्रवार को शहर की चर्चित थिएटर आर्टिस्ट भावना सिंह अपने पति परीक्षित सिंह के साथ भारत भवन गई थी। उन्होंने बताया यहां के स्वाद रेस्टोरेंट (कैंटीन) में वेज पुलाव ऑर्डर किया। ऑर्डर आने के बाद जब मुझे इसमें से बदबू आने पर जब इसकी शिकायत कैंटीन संचालक जितेन्द्र सिंह से की। तो उसने गलती मानने की बजाए उल्टा बद्तमीजी की और कैंटीन से कुछ भी देने से इनकार कर दिया। साथ ही जब सैंपल के लिए पुलाव मांगा तो डस्टबीन से उठा लेने को कहा। भावना ने इस पूरे घटनाक्रम को फेसबुक पर पोस्ट किया जिसके बाद वरिष्ठ कलाकारों ने इस रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई थी।