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स्वच्छता में भेल ने भी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का खोल दिया रास्ता

locationभोपालPublished: Feb 14, 2019 09:37:42 am

स्वच्छता अभियान को लेकर भेल ने अपने अनुपयोगी पड़े सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का उपयोग निगम को करने की लिखित में ऑफर दे दिया है।

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स्वच्छता में भेल ने भी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का खोल दिया रास्ता

भोपाल। एक ओर नगरीय प्रशासन ने शहर में बने पुराने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को अपग्रेड बनाने व ११ नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का निर्णय लिया है। जिससे सीवेज और घरों से शौचालय में बह जाने वाले पाने को ट्रीट करने के साथ खाद्य, गैस, व पानी का उपयोग भी किया जा सके, जबकि भेल ने बरखेड़ा पठानी में सालों से अनुपयोगी चल रहे दो एमजीडी के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का उपयोग क्षेत्र की समस्या को हल करने के लिए ऑफर दिया है।

अभी तक इस मामले में कोई फैसला नहीं लिया गया है, जबकि इसके उपयोग होने से शासन को अलग से नया प्लांट लगाने में जगह और मशीरी का खर्च तो बचेगा, साथ ही बरखेड़ा क्षेत्र से लगी कई प्राइवेट कॉलोनियों की सीवेज समस्या हल हो जाएगी। बताया गया कि इस प्लांट से एक लाख से अधिक आबादी की समस्या हल हो जाएगी।

गैस, खाद्य, सिंचाई के लिए पानी भी मिलेगा
जब भेल में २२ हजार से अधिक कर्मचारी टाउनशिप में रहते थे तो इस प्लांट में खाद्य, ट्रीट किए पानी से २०० एकड़ में सिंचाई व निकलने वाली गैस से कस्तूरबा अस्पताल और बरखेड़ा स्थिति चपाती केंद्र में खाना बनता था। अगर नगर निगम इसका पूरा दोहन करती है तो सीवेज की समस्या तो हल होगी, साथ ही खाद्य, पानी और गैस का उपयोग भी नगर निगम कर सकता है। जानकारों ने बताया कि आज के हिसाब से इतना बड़ा प्लांट बनाया जाएं तो ३० से ४० करोड़ का खर्च आएगा, जो इस प्लांट के उपयोग करने से बचेगा।

 

-नए ११ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की योजना
शासन ने नगर निगम के शहर में बने आठ ट्रीटमेंट प्लांट को अपग्रेड करने के साथ ११ नए ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना पर सहमति दी है। जिसमें पीसीयू की भी मुख्य भूमिका रहेगी।

इनका कहना
स्वच्छता अभियान में भागीदार बनते हुए, जनहित की समस्या को हल करने के लिए अनुपयोगी चल रहे बरखेड़ा पठानी के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का उपयोग करने के लिए नगर निगम कमिश्नर को लिखित में पत्र भेजा है। इससे उन्हे नयां स्टे्रक्चर बनाने, मशीनरी का लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। काम करने की शर्तो के साथ ऑफर दे दिया है। अभी वहां से कोई जबाव नहीं मिला है।
-एके टोप्पो, भेल नगर प्रशासक

भेल निगम से पानी लेता है। उसके सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के उपयोग को लेकर भेजे गए पत्र पर नियम शर्तो पर सहमति बनने के बाद ही निगम उनके सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का उपयोग शुरू करेगा।
-हरीश गुप्ता, प्रवक्ता, नगर निगम

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