इसके अलावा, बीएचइएल ने बाजार की जरूरतों के अनुसार अपने आपको रूपांतरित किया है। संतुलित व्यावसायिक स्थिति बनाए रखने के लिए परिवहन, ट्रांसमिशन, जल तथा सौर ऊर्जा सहित विभिन्न क्षेत्रों में विविधीकरण की नीति अपनाई गई है।
2018 की सौगातें
आदेश प्राप्ति की स्थिति
कॉरपोरेशन स्तर पर वर्ष 2018 की समाप्ति पर बीएचइएल की ऑर्डर बुक रुपए 1,10,000 करोड़ से अधिक है। विगत वर्ष 2018 में विकास की गति और लाभप्रदता बनाये रखने में भेल सफल रहा है।
यह ऑर्डर मिला
चेन्न्ई में उडानगुडी सुपर क्रिटिकल थर्मल पॉवर परियोजना का 7359 करोड़ का आदेश। भुसावल में स्थापित होने वाले सुपर किटिकल थर्मल पॉवर परियोजना का 2800 करोड़ का आदेश वर्ष 2018 में मिला। मध्य भेल ने नेपाल में लगभग 536 करोड़ का पन बिजली परियोजना का आदेश प्राप्त किया।
न्यूक्लियर पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा स्टीम जनरेटर के लिए 736 करोड़ का आदेश प्राप्त हुआ। एनटीपीसी के विभिन्न पॉवर प्लॉटों (नॉर्थ करणपुरा, मौधा, बाढ़ स्टेज-1, बाढ़ स्टेज-2 एवं दादरी स्टेशन) के लिए 3460 करोड़ का आदेश मिला। कई अन्य ऑर्डर मिलने वाले हैं।
अन्य उपलब्धियां
बीएचईएल को महारत्न सवंर्ग के भारी उद्योग में उत्कृष्ट्ता के लिए ‘इण्डिया प्राइड अवार्ड 2017-18’ प्रदान किया गया। अतुल सोबती, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक भेल को भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान तथा मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
साथ ही आईसीएआई द्वारा बीएचईएल को एक्सीलेंस इन कास्ट मैनेजमेंट 2017 का राष्ट्रीय पुरस्कार दियाा गया। केंद्रीय रेल एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल द्वारा नई दिल्ली में यह सम्मान दिया गया।
2019 उम्मीदें
खुद का होगा भवन
भेल कॉलेज
भेल. भेल क्षेत्र में संचालित भेल कॉलेज पिछले 30 वर्षों से किराए के भवन में चल रहा है। कॉलेज अभी महात्मागांधी स्कूल में चल रहा है। भेल प्रबंधन ने कॉलेज भवन निर्माण की अनुमति दे दी है। उम्मीद है कि नए साल में विद्यार्थियों को सौगात मिलेगी।
सरकारी अस्पताल की आस
05 लाख की आबादी
भेल क्षेत्र में मौजूदा समय में पांच लाख से ज्यादा की आबादी है। यहां कोई सरकारी अस्पताल नहीं होने से लोगों को जेपी या हमीदिया का रुख करना पड़ता है। उम्मीद है कि नए साल में भेल क्षेत्र में 100 बिस्तरों वाले अस्पताल की सौगात मिलेगी।
सरकार लगाए रोक
अवैध कॉलोनियां
भेल क्षेत्र में बड़ी संख्या में अवैध कॉलोनियां विकसित हो रही हैं। सरकार को इन अवैध कॉलोनियों के निर्माण पर रोक लगाने पर विचार करना चाहिए।
न्यू मार्केट की तर्ज पर डवलप
भेल टाउनशिप
भेल टाउनशिप को न्यू मार्केट की तर्ज पर डवलप करना चाहिए। इससे भेल क्षेत्र की जनता के साथ-साथ भेल टाउनशिप के दुकानदारों को भी फायदा होगा।
मनोरंजन की मिले सुविधा
भेल क्षेत्र में मौजूदा समय में पांच लाख से ज्यादा की आबादी है, इसके बाद भी क्षेत्र में मनोरंजन के लिए कोई सिनेमा घर नहीं है। ऐसे में इस क्षेत्र के लोगों को परिवार सहित दूर-दराज भीड़-भाड़ भरे क्षेत्रों में जाना पड़ता है। इससे उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में लोगों को नए साल में उम्मीद है कि उन्हे क्षेत्र में ही मनोरंजन के लिए सुविधा मिलने लगेगी।
सुनील यादव, अध्यक्ष भेल जनसेवा समिति
फ्री होल्ड हो हमारी कंपनियों की जमीन, बने स्पेशल कॉरिडोर
हम सरकार से चाहते हैं कि हमारी जमीनों को फ्री होल्ड कर दिया जाए, ताकि हमारे बच्चे आने वाले समय में स्टार्टअप के तहत अपने प्रदेश में ही रोजगार स्थापित कर हमारे साथ रहें और प्रदेश की उन्नति में सहायक बनें।
गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल क्षेत्र के लिए स्पेशल कॉरिडोर का निर्माण कराया जाए, ताकि यहां आने वाले बड़े ट्रक और ट्राले सीधे इंडस्ट्री क्षेत्र में पहुंच सकें और यहां से छोटे ट्रकों से शहर भर में माल की सप्लाई की जाए, ताकि शहर तेजी से उन्नति कर सके।
इंडस्ट्री का प्रभार सीएम के पास है। ऐसे में हम चाहते हें कि गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में बनने वाले एग्जिवेशन सेंटर का भूमिपूजन मुख्यमंत्री द्वारा किया जाए
– अनिल अग्रवाल, सेकेटरी जीआईए गोविंदपुरा
भेल दुकानदारों का पुरानी शर्तों पर हो अनुबंध
भेल टाउनशिप दुकानदारों के साथ भेल प्रबंधन द्वारा किए जाने वाला एग्रीमेंट पिछले चार साल से नहीं हो पाया है। भेल प्रबंधन की उदासीनता से दुकानदारों को परेशानी हो रही है। भेल व्यापारी महासंघ प्रबंधन से यह उम्मीद करता है कि भेल के अधिकारी और कर्मचारियों से वर्षों से बना संबंध अनवरत जारी रहेगा।
भेल प्रबंधन भेल टाउनशिप की दुकानों का अनुबंध पहले की शर्तों के आधार पर जारी करेगा। हम उम्मीद करते हैं कि भेल दुकानदार और उनके कर्मचारियों के परिवारों के करीब 30 हजार लोगों को ध्यान में रखते हुए मानवता के आधार पर भेल प्रबंधन नए साल में व्यापारियों का अनुरोध स्वीकार करते हुए उनकी दुकानों का पुरानी शर्तों के आधार पर अनुबंध करेग। भेल दुकानदारों के लिए यह नए साल का सबसे बड़ा तोहफा होगा।
रामबाबू शर्मा, अध्यक्ष भेल व्यापारी महासंघ