अयोध्या नगर को खेल मैदान का इंतजार
अयोध्या नगर में मप्र हाउसिंग बोर्ड ने खेल मैदान के लिए लगभग 5 एकड़ भूमि आरक्षित की थी। इसमें इनडोर गेम्स के अलावा अन्य खेलों के लिए बेहतर स्टेडियम बनना प्रस्तावित है, लेकिन बोर्ड के अफसरों की रूचि नहीं होने से खेल मैदान विकसित नहीं हो पाया। 2009 में अयोध्या नगर को हाउसिंग बोर्ड ने नगर निगम को हैंडओवर कर दिया, उसके बाद निगम ने भी इस मैदान को विकसित नहीं करना जरूरी समझा। देखरेख के अभाव में यह मैदान अब बंजर हो चुका है। जंगली पौधे उग गए हैं। अयोध्या नगर रहवासी समिति के अध्यक्ष सुनील व्यास ने कहा कि नगर निगम इस खेल मैदान को विकसित करें। मैदान के अभाव में खिलाडिय़ों को 5 किमी दूर भेल टाउनशिप जानी पड़ती है।
नाम का खेल मैदान, एक भी विकसित नहीं
नगर निगम और बीडीए ने अयोध्या बायपास, बागमुगालिया, जाटखेड़ी, साकेत नगर, शक्ति नगर, बरखेड़ा पठानी, इंद्रपुरी की कॉलोनियों में खेल मैदानों के जमीनें आरक्षित रखी है, लेकिन दोनों विभागों की बेरूखी से ये मैदान विकसित नहीं हो पाए हैं। इन मैदानों की ये हालत है कि बच्चों को खेलने दिया जाएं, तो दुर्घटना हो सकती है।
खेल मैदानों पर बना दी टंकी
नगर निगम ने खेल मैदान के लिए जो जगह छोड़ी है, लेकिन नगर निगम ने ही पानी की टंकी बनवा दी या अन्य कोई निर्माण कार्य कर दिया गया। लोगों का कहना है कि ननि या कॉलोनी की रहवासी समितियों को मिलकर किसी माध्यम से करीब दो तीन कॉलोनी के बीच में एक छोटा खेल मैदान बनवाना चाहिए। इससे लोगों को राहत मिल सकेगी। उक्त स्थानों पर मौजूद खाली भूमि को खेल मैदान में तब्दील करने पर नगर निगम को अलग से किसी प्रकार का बजट जुटाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कम प्रयास के साथ ही आसानी से खेल मैदान का निर्माण किया जा सकता है।
भेल क्षेत्र की कॉलोनियों में खाली पड़े जमीनों को खेल मैदान के रूप में विकसित करने की नगर निगम की योजना है। अयोध्या नगर में आरक्षित खेल मैदान पर विशाल स्टेडियम बनाया जाएगा, ताकि प्रतिभाओं को खेलने दूर नहीं जाना पड़े। इसके लिए जल्दी ही प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज रहे हैं।
आलोक शर्मा, महापौर, नगर निगम