इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले में शीघ्रता करते हुए परिणाम प्रकाशित कर दिया। परिणाम आने के बाद जिन्हें नौकरी के लिए आवेदन करना है, वे नौकरी के लिए आवेदन कर सकेंगे और जिन्हें आगे पढ़ाई जारी रखनी है, वे प्रवेश के लिए प्रयास कर सकेंगे। स्टूडेंट्स ने पत्रिका के इस प्रयास की सराहना की है।
परीक्षा परिणाम एक वर्ष से अटका
गौरतलब है कि भोज ओपन यूनिवर्सिटी में दिव्यांगों के लिए स्पेशल बीएड पाठ्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस विशेष पाठ्यक्रम दो वर्षों का है। इस महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम में प्रतिवर्ष सैकड़ों विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं। इसी पाठ्यक्रम के २५० विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम एक वर्ष से अटका हुआ था।
कॅरियर प्रभावित
परेशान स्टूडेंट्स ने विवि प्रशासन से लेकर कुलाधिपति तक सब जगह दौड़-भाग कर परीक्षा परिणाम जल्द घोषित करवाने का प्रयास किया, लेकिन परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया गया था। परीक्षा परिणाम अटकने से उनका कॅरियर प्रभावित हो रहा था।
यदि समय से परीक्षा परिणाम घोषित हो जाता तो वे नौकरी के लिए आवेदन कर सकते थे। जिन्हें आगे पढऩा था, वे भी एडमिशन ले सकते थे। परीक्षा परिणाम न आने से एक ओर उनके नौकरी के अवसर छूट रहे थे, तो दूसरी ओर उच्चशिक्षा हासिल करने वालों के लिए पढ़ाई का एक वर्ष व्यर्थ जा रहा था। इन स्टूडेंट्स के लिए अब आगे की पढ़ाई और नौकरी में आवेदन का रास्ता खुल गया है।
स्पेशल बीएड का परिणाम यूनिवर्सिटी ने विगत दिवस घोषित कर दिया है। इस परीक्षा परिणाम को यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर भी देखा जा सकता है।
प्रो. रवीन्द्र कन्हेरे, कुलपति, भोज ओपन यूनिवर्सिटी