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इस राज्य में फैला ‘माया’ जाल, नए फार्मूले से 75 सीटें जीतने की तैयारी

locationभोपालPublished: Aug 27, 2018 04:09:05 pm

Submitted by:

Faiz

इस राज्य में फैला ‘माया’ जाल, नए फार्मूले से 75 सीटें जीतने की तैयारी

mayawati

इस राज्य में फैला ‘माया’ जाल, नए फार्मूले से 75 सीटें जीतने की तैयारी

भोपालः मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आते जा रहे हैं, राज्य में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जा रही है। हर पार्टी अपने स्तर पर अपना दम जुटाने में जुटी हुई है। बात बहुजन समाज पार्टी की, माना जा रहा है कि, बसपा मध्य प्रदेश में स्वतंत्र चुनाव लड़ने की रणनीति पर काम कर रही है। मौजूदा समय में बसपा चार विधानसभा सीटों पर काबिज है, जहां वह खुद को प्रबल उम्मीदवार तो मान ही रही है। इसके अलावा पार्टी सुप्रीमो मायावती की नज़र प्रदेश की 75 सीटों पर जीत की अनुकूल संभावनाएं नज़र आ रही है। पार्टी द्वारा उन सभी सीटों को चिह्नित भी किया जा चुका है। जानकारी मिली है कि, इन सीटों की निगरानी भी जाएगी। यानि उस सीट के मिजाज़ को समझते हुए उसपर कारगर रणनीति भी तैयार की जाएगी।

ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड, विंध्य क्षेत्रमें बढ़ा जनाधार

प्रदेश में गैर भाजपाई महागठबंधन और कांग्रेस से चुनावी समझौते के सवाल पर प्रदेश के प्रभारी और पदाधिकारी पार्टी सुप्रीमो मायावती की ओर देख रहे हैं, लेकिन उत्तरप्रदेश के पूर्व मंत्री एवं मप्र के प्रभारी रामअचल राजभर का दावा है कि प्रदेश में बसपा ने अंदरूनी तौर पर 75 ऐसी सीटें चिन्हित की हैं जिन पर पार्टी का मत प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। पार्टी का आंतरिक सर्वेक्षण हवा का रुख उसके पक्ष में बता रहा है। 2008 एवं 2013 के चुनाव में उसे मिले मत भी उसे बल दे रहे हैं। जानकारी यह भी मिली है कि, पार्टी के छह प्रभारियों को इन सीटों की जवाबदारी सौंपी जाएगी। प्रदेश प्रभारी राजभर ने मीडिया बातचीत में बताया कि, जरूरत के हिसाब से प्रभारियों को नियुक्त किया जाएगा। अगर जिला स्तर पर भी प्रभारियों की ज़रूरत लगी तो उनकी तैनाती की जाएगी।

2013 में भाजपा की लोकप्रियता का ग्राफ चरम पर था,पर अब नहींः बसपा नेता

बसपा अपने पारंपरिक जनाधार वाले जिलों में ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, दमोह, छतरपुर, बालाघाट, रीवा, सीधी और सिंगरोली को शामिल बता रही है। इनके अलावा भोपाल जिले की बैरसिया, हुजूर, विदिशा जिले की कुरवाई और सीहोर में आष्टा विधानसभा सीट को भी टारगेट पर रखा है। इसके अलावा जिन इलाकों में पार्टी को जीत की संभावनाएं नज़र आ रही है। उनमें पार्टी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी सूत्रों का कहना है कि विजयपुर, सबलगढ़, जौरा, अटेर, लहार, ग्वालियर ग्रामीण, ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर दक्षिण, भितरवार, डबरा, सेंवढ़ा, दतिया, करैरा, पोहरी, पिछोर, कोलारस, बामोरी, गुना, चाचोड़ा, अशोकनगर, चंदेरी, मुंगावली, बीना, खुरई, नरयावली, निवाड़ी, खरगापुर, चंदला, राजनगर, बिजावर, मलहरा, पवई, चित्रकूट, सतना, नागौद, अमरपाटन, सिरमौर, त्योंधर, मऊगंज, गुढ़, सीधी, सिहावल, चितरंगी, सिंगरोली, देवसर, कोतमा, बांधवगढ़, विजयराघवगढ़, मुड़वारा, बहोरीबंद, जबलपुर पूर्व, पनागर, सिहोरा, मंडला, वारासिवनी, भोपाल मध्य, हुजूर, खिलचीपुर, कालापीपल, हाटपिपल्या, खातेगांव, नेपानगर, महेश्वर, कसरावद, बड़वानी, आलीराजपुर, देपालपुर, राऊ, सांवेर, तराना, घटिया, रतलाम ग्रामीण एवं मल्हारगढ़ में पिछले चुनावों में बढ़े वोट प्रतिशत के आधार पर अच्छी संभावनाएं दिख रही हैं।

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