अब इसमें एम्स के डॉक्टर भी शामिल हो गए हैं। इसके कारण राजधानी में सोमवार को एम्स में भी ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी। गांधी मेडिकल कॉलेज के साथ निजी अस्पतालों में भी हड़ताल रहेगी।
इस मामले में फैकल्टी एसोसिएशन ऑफ एम्स के सचिव डॉ. राघवेन्द्र ने बताया कि एम्स दिल्ली में हुई बैठक के बाद हड़ताल का निर्णय लिया गया है।
सोमवार को एम्स अस्पताल में 24 घंटे तक ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी। हालांकि भर्ती मरीजों के साथ इमरजेंसी में आने वाली मरीजों का इलाज किया जाएगा।
निजी अस्पताल भी अड़े
इधर, यूनाइटेड डॉक्टर्स फेडरेशन ने भी सोमवार को हड़ताल पर जानेे का निर्णय लिया है। फेडरेशन के अध्यक्ष डॉ. अनूप हजेला का कहना है कि हमारी मांग ममता बनर्जी की माफी नहीं है। हम प्रदेश में डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट को सख्ती से लागू कराना चाहते हंै।
सोमवार को गांधी मेडिकल कॉलेज के साथ 250 से ज्यादा निजी अस्पताल और 1000 से ज्यादा क्लीनिक बंद रहेंगे।
17 जून को दोपहर 12 बजे गांधी चिकित्सा महाविद्यालय के प्रांगण में सभी डॉक्टर एकत्रित होकर सभा आयोजित करेंगे। इसके बाद रैली निकालेंगे, जो संभागायुक्त कार्यालय पहुंचेगी और कमिश्नर कल्पना श्रीवास्तव ज्ञापन सौपा जाएगा।
हमीदिया-सुल्तानिया में नौ अतिरिक्त डॉक्टरों की तैनाती…
हड़ताल के मद्देनजर कमिश्नर कल्पना श्रीवास्तव ने हमीदिया और सुल्तानिया अस्पतालों में 9 अतिरिक्त डॉक्टर तैनात करने के निर्देश दिए हैं। डॉ. सतीश अहिरवार, डॉ. यश सर्राफ, डॉ. संजीव जयंत, डॉ. अमर और डॉ. उर्मिला मुंशी को हमीदिया में पदस्थ किया गया है।
– बाला बच्चन, गृहमंत्री