औद्योगिकीकरण को मिलता है फायदाशहर की बेहतर एयर कनेक्टिविटी का सीधा असर बिजनेस मॉडल पर पड़ता है। भोपाल में चेंबर ऑफ कॉमर्स जैसे उद्योग समूह कई बार सरकार से एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने की मांग कर चुके हैं। 2016 में तत्कालीन एयरपोर्ट डायरेक्टर फ्लाइट लेफ्टिनेंट आकाशदीप माथुर ने पैसेंजर ग्रोथ प्लान बनाया था। उन्होंने कंपनियों को यहां आने के लिए प्रजेंटेशन भी दिया था। कंपनियों को बताया गया कि उड़ानें बढ़ने से कारपोरेट एवं आइटी सेक्टर भी भोपाल में दस्तक देगा, जिसका लाभ कंपनियों को मिलेगा। अथारिटी के इस अभियान के बाद स्पाइस जेट एवं इंडिगो ने भोपाल में बेस स्टेशन बनाया। स्पाइस जेट अधिक समय नहीं टिक सका।
एयर इंडिया ने भी पूरी नहीं की उम्मीदें एयर इंडिया का स्वामित्व अब टाटा समूह के पास है। माना जा रहा था कि भोपाल को अब नई उड़ानों की सौगात मिलेगी लेकिन कंपनी ने भोपाल को निराश किया है। हाल ही में कंपनी ने अपनी तीन उड़ानें अचानक बंद कर दीं। शाम की दिल्ली एवं मुंबई उड़ान दो माह से बंद है। दिल्ली से भोपाल आकर पुणे जाने वाली उड़ान एक माह के लिए बंद की गई है।
फिलहाल इन शहरों तक सीधी उड़ान भोपाल से वर्तमान में दिल्ली, मुंबई के अलावा बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्न्ई, रायपुर, अहमदाबाद, प्रयागराज, आगरा एवं पुणे तक सीधी उड़ान है। लखनऊ, गोवा, कोलकाता, बिलासपुर एवं अमृतसर तक सीधी उड़ानें शुरू करने की मांग की जा रही है लेकिन कब शुरू होंगी तय नहीं है। अलायंस एयर की बिलासपुर उड़ान का शेड्यूल भी जारी नहीं हो सका है। फ्लायबिग भी जैसे तैसे उड़ान संचालित कर पा रहा है।
बॉक्स—— भोपाल से यात्री संख्या एक नजर में माह — यात्री संख्या दिसंबर 2021 — 1,03,359 जनवरी 2022 — 57,113 फरवरी 2022 — 68,765 मार्च 2022 — 1,00,445
अप्रैल 2022 — 94,572 सरकार जब तक विमानन कंपनियों को योजनाओं का फायदा नहीं देगी तब तक कनेक्टिविटी बढ़ने की उम्मीद कम है। यात्रियों की सर्वे रिपोर्ट हाल में एयरपोर्ट प्रबंधन को सौंपी गई है। सीधी कनेक्टिविटी के लिए विमानन कंपनियों को पर्याप्त एयर ट्रैफिक मिलने का भरोसा दिलाना भी चुनौती है।
आबिद फारुकी, संस्थापक सदस्य, एयर कनेक्टिविटी फॉर भोपाल डेवलपमेंट समूह