दरअसल एयरपोर्ट पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों ने सीआईएसएफ को एयरपोर्ट पर आतंकी हमले की सूचना दी। जिसके तत्काल बाद सीआईएसएफ के कमांडों दस्ते की साथ काउंटर टेरोरिस्ट ग्रुप(सीटीजी), एंटी टेरोरिस्ट स्कॉट( एटीएस), बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्कॉट(बीडीडीएस) के जवानों के साथ इन एजेंसियों के अधिकारी मौके पर पहुंचे। दोपहर 1.30 बजे शुरू हुए इस मिशन को कामयाबी मिली और दोपहर 3.30 बजे आतंकियों के मिशन को फैल कर दिया गया।
आतंकियों को मारा:
हमले की सूचना मिलते ही चंद मिनटों में सीआईएसएफ के कमांडों दस्ते ने पूरे एयरपोर्ट को घेर लिया। इस दौरान सीआईएसएफ के कमांडों दस्ते ने कुछ आतंकियों को जहां मार गिराया, वहीं कुछ घायलों को भी अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद पूरा एरिया डॉग स्कवाड से चैक कराया गया।
हमले की सूचना मिलते ही चंद मिनटों में सीआईएसएफ के कमांडों दस्ते ने पूरे एयरपोर्ट को घेर लिया। इस दौरान सीआईएसएफ के कमांडों दस्ते ने कुछ आतंकियों को जहां मार गिराया, वहीं कुछ घायलों को भी अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद पूरा एरिया डॉग स्कवाड से चैक कराया गया।
दो घंटे चला आॅपरेशन:
करीब 1.30 बजे सूचना मिलने के चंद मिनटों बाद ही सीआईएसएफ के कमांडों द्वारा एयरपोर्ट पूरी तरह से घेर लिया गया। इसके बाद आतंकियों की पहचान शुरू की गई और उन्हें चुन-चुनकर घेरने के बाद मार डाला गया।
करीब 1.30 बजे सूचना मिलने के चंद मिनटों बाद ही सीआईएसएफ के कमांडों द्वारा एयरपोर्ट पूरी तरह से घेर लिया गया। इसके बाद आतंकियों की पहचान शुरू की गई और उन्हें चुन-चुनकर घेरने के बाद मार डाला गया।
इस दौरान कुछ कमांडों भी कार्रवाई में घायल भी हुए। जिन्हें तुरंत सहायता देकर अस्पताल पहुंचाया गया। इसके बाद भी कार्रवाई जारी रही, करीब दो घंटे यानि 3.30 बजे तक यह आॅपरेशन चला। जिसके बाद डॉग स्क्वायड से एयरपोर्ट की जांच कराई गई, तब कहीं जाकर पूरे आॅपरेशन को सफल बताया गया।
यह पूरी कार्रवाई एयरपोर्ट पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों ने सोमवार को आतंकी हमले की मॉकड्रिल के तहत की। सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि मॉकड्रिल का उद्देश्य एयरपोर्ट पर होने वाले आतंकी हमले की स्थिति में सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी एवं आपसी समन्वय स्थापित कर ऐसी स्थिति से निपटने का अभ्यास करना रहा।