आसानी से कंट्रोल होगा एयर ट्रैफिक
खराब मौसम पर सभी प्रकार के रेडियो सिग्नल प्राप्त करने में सफल यह सिस्टम विमानों को मार्ग बताने टर्मिनल और आगमन प्रस्थान प्रक्रिया को पहले से ज्यादा सुरक्षित एवं आसान बनाने में सहयोग करेंगे। एयरपोर्ट डायरेक्टर रामजी अवस्थी ने बताया कि हवाई यातायात नियंत्रित करने के लिए उपकरणों की सबसे ज्यादा उपयोगिता है। भोपाल एयरपोर्ट पर उन्नत किस्म के एयरपोर्ट लगाने के बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल करने में सहायता मिलेगी।
पायलट से संपर्क में भी आसानी
एयरपोर्ट डायरेक्टर के अनुसार भोपाल विमानतल के चारों ओर 360 डिग्री पर विमानों को रेडियल एंगुलर सूचना एवं दूरी बताने के लिए इस उपकरण की स्थापना की गई है। इससे दोनों छोर पर 200 नॉटिकल माइल यानी लगभग 370 किलोमीटर तक के रेडियस में एयरक्राफ्ट नेविगेशन कर सकेंगे। इस प्रकार भोपाल एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर से दूर मौजूद विमान की लोकेशन लेकर पायलट से आसानी से संपर्क स्थापित किया जा सकेगा। इस तरह विमानों की लैंडिंग में काफी मदद मिलेगी।