दरअसल, मध्यप्रदेश में बाढ़ से तबाही के बाद कमलनाथ पहली बार पीएम मोदी से मिले हैं। प्रदेश में तबाही के दौरान भी केंद्र की पूरी नजर मध्यप्रदेश पर थी। बाढ़ के दौरान भी यहां के अधिकारियों के साथ केंद्र सरकार ने चर्चा की थी। साथ ही प्रभावित इलाकों का केंद्रीय दल ने दौरान भी किया था। पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान सीएम ने बाढ़ आपदा की राहत के लिए पैकेज देने की मांग की है।
पीएम ने दिया मदद का भरोसा मुलाकात के बाद कमलनाथ ने कहा कि एमपी में केंद्र सरकार दोबारा सर्वे करवाएगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पूरे मामले को लेकर गंभीरता दिखाई है। साथ ही उन्होंने हर संभव मदद का भरोसा दिया है। मैंने अपनी तरफ से पीएम सर्वे रिपोर्ट सौंप दी है। कमलनाथ ने केंद्र सरकार से बाढ़ के लिए 16 हजार करोड़ रुपये की राहत पैकेज की मांग की है। हालांकि केंद्रीय टीम द्वारा सर्वे के बाद ही पता चल पाएगा कि केंद्र सरकार मध्यप्रदेश को कितना पैकेज देते ही है।
हुई है भारी तबाही
मध्यप्रदेश में इस साल बारिश की वजह से भारी तबाही हुई है। मंदसौर, नीमच, भिंड और मुरैना जिले में तो सबसे ज्यादा तबाही हुई है। यहां किसानों की फसले ताबह हो गई हैं। विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष के लोग किसानों के लिए भारी मुआवजे की मांग कर रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र से मदद की मांग की है।
मध्यप्रदेश में इस साल बारिश की वजह से भारी तबाही हुई है। मंदसौर, नीमच, भिंड और मुरैना जिले में तो सबसे ज्यादा तबाही हुई है। यहां किसानों की फसले ताबह हो गई हैं। विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष के लोग किसानों के लिए भारी मुआवजे की मांग कर रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र से मदद की मांग की है।
रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है
प्रदेश में इस साल रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। इसकी वजह से धन और जन दोनों की हानि हुई है। बारिश के दौरान सैकड़ों लोगों की मौत भी हुई है। कई सड़कें और पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हुई। जिसकी मरम्मत के लिए पैसों की जरूरत है। बाढ़ के समय से ही कांग्रेस के नेता और मंत्री केंद्र से मदद की गुहार लगा रहे थे। मदद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी थी।
प्रदेश में इस साल रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। इसकी वजह से धन और जन दोनों की हानि हुई है। बारिश के दौरान सैकड़ों लोगों की मौत भी हुई है। कई सड़कें और पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हुई। जिसकी मरम्मत के लिए पैसों की जरूरत है। बाढ़ के समय से ही कांग्रेस के नेता और मंत्री केंद्र से मदद की गुहार लगा रहे थे। मदद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी थी।