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भोपाल: MP Police के कांस्टेबल ने अपनी सहकर्मी के साथ किया गंदा काम

locationभोपालPublished: Nov 15, 2019 03:33:08 pm

महिला पुलिसकर्मी का आरोप:
– वीडियो लीक कर बदनाम करने की धमकी देता था आरोपी…- छुपे कैमरे से वीडियो बनाने का करता था दावा…

rape case

जानकारी के बाद परिजनों के साथ ही ग्रामीणों में भी इस वहशी चाचा को लेकर काफी आक्रोश देखा जा रहा है

भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस की छवि तमाम तरह की कोशिशों के बावजूद साफ सुथरी होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। पूर्व में जहां कुछ पुलिस अधिकारियों पर महिला कर्मियों के शोषण के आरोप लग चुके हैं। वहीं अब एक और नया मामला सामने आया है, जिसके चलते एक बार फिर MP police शर्मसार होने को मजबूर हो गई हैं।
अब तक जहां महिला नागरिकों की सुरक्षा को लेकर ही मुख्य रूप से मध्य प्रदेश में पुलिस पर सवाल उठते थे, वहीं अब ये पुलिस रक्षक की जगह भक्षक की भूमिका में दिखाई देने लगी है।
misdeed with lady police
ऐसे समझें पूरा मामला…
दरअसल भोपाल में मप्र पुलिस ने एक कांस्टेबल के खिलाफ अपनी सहयोगी कांस्टेबल को कथित तौर पर नशीली दवा देकर दुष्कर्म का केस दर्ज किया है। बताया जाता है कि आरोपी कांस्टेबल की पहचान आनंद गौतम के तौर पर हुई है। वर्तमान में आरोपी कांस्टेबल विदिशा जिले में तैनात है, पांच महीने पहले जब ये घटना हुई उस समय आरोपी की भोपाल के बाहरी क्षेत्र के नजीराबाद पुलिस स्टेशन में पोस्टिंग थी।
भोपाल के टीटी नगर थाने की पुलिस के मुताबिक पीड़ित कांस्टेबल का आरोप है कि उसे वॉशरूम जाना था, तो आरोपी कांस्टेबल उसे जवाहर चौक में एक होटल में ले गया था। वहां उसने उसे नशीली दवा मिला पेय पदार्थ पीने को दिया। जिसके बाद मेरे साथ गंदा काम किया गया।
आरोपी कांस्टेबल के खिलाफ केस दर्ज…
आरोपी कांस्टेबल गौतम के खिलाफ रेप का केस दर्ज किया गया है लेकिन उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

ये लगाए आरोप…
पीड़ित कांस्टेबल ने अपनी शिकायत में कहा है कि ‘ये घटना 15 जून को हुई जब मैं अपनी ड्यूटी खत्म होने के बाद अपनी बहन का इंतजार कर रही थी। इस समय मेरी तबीयत ठीक नहीं थी और वॉशरूम जाना चाहती थी, तभी आरोपी कांस्टेबल गौतम ने मुझे अपनी बाइक पर लिफ्ट दी और एक होटल में ले गया। जहां उसने मुझे नशीली दवा दी और फिर मेरे साथ गंदा काम किया।’
पीड़ित ने ये भी आरोप लगाया कि गौतम घटना वाले दिन के बाद उसका पीछा करने लगा। साथ ही धमकी दी कि वो वीडियो लीक कर उसे बदनाम कर देगा। पीड़ित के मुताबिक गौतम दावा करता था कि उसने छुपे कैमरे से वीडियो बना रखा है। पीड़ित महिला कांस्टेबल का कहना है कि गौतम ये भी कहा कि अगर आगे भी संबंध नहीं बनाए, तो वो उसका चेहरा तेजाब फेंक कर खराब कर देगा।
पूर्व में भी पुलिस अधिकारियों पर लग चुके हैं गंदे काम के आरोप…

करीब दो वर्ष पहले यानि 2017 में भी मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित पुलिस हेडक्वाटर में उस समय हंगामा हो गया था, जब दो महिलाओं ने क्रमश: दो पुलिस अफसरों पर सीधे तौर पे यौन शोषण का आरोप लगा दिया।
महिलाओं द्वारा ये आरोप लगाने के साथ ही हेडक्वाटर में अफरातफरी मच गई थी। वहीं इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के भी हेडक्वाटर में मौजूद होने से पुलिस अधिकारी महिलाओं को समझाने बुझाने में लग गए, लेकिन महिलाएं सीएम से मिलने पर अड़ी रहीं थी।
दरअसल उस समय सीएम शिवराज सिंह चौहान महिला अपराध की समीक्षा के लिए पुलिस हेडक्वाटर आए हुए थे। इसी दौरान दो महिलाएं यहां आ गई और दो पुलिस अफसरों क्रमश: एएसपी व सीएसपी पर यौन शोषण का आरोप लगा कर हंगामा करने लगी थी।
वहीं इसके कुछ दिनों बाद पीएचक्यू में पदस्थ एडिशनल एसपी राजेन्द्र वर्मा के खिलाफ जहांगीराबाद थाना पुलिस ने बुधवार को छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज किया गया था। वर्मा पर पीएचक्यू में पदस्थ एक महिला कांस्टेबल ने करीब आठ दिन पहले यौन शोषण के आरोप लगाए थे। महिला कांस्टेबल ने इसकी शिकायत महिला सेल एडीजी अरुणा मोहन राव से की थी।
सबूत के तौर पर दिए थे ऑडियो-वीडियो…
तत्कालीन डीआईजी संतोष सिंह ने बताया था कि पुलिस मुख्यालय में पदस्थ महिला सिपाही ने करीब आठ दिन पहले महिला सेल एडीजी अरुणा मोहन राव से एएसपी राजेन्द्र वर्मा के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत की थी।
कांस्टेबल ने शिकायत में कहा था कि एएसपी वर्मा पिछले तीन महीने से उसका यौन शोषण कर रहे हैं। शिकायत के साथ महिला कांस्टेबल ने सबूत के तौर पर ऑडियो-वीडियो भी दिए थे।
शिकायत की जांच के लिए महिला सेल में एक कमेटी गठित की गई। कमेटी ने जांच की और रिपोर्ट वरिष्ठ अफसरों को भेज दी। जांच रिपोर्ट की अनुशंसा के आधार पर वर्मा के खिलाफ यौन शोषण और छेड़छाड़ की कई धाराओं समेत एफआईआर दर्ज की गई।

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