हज के लिए तीन श्रेणियां निर्धारित होती हैं, जिनमें पहली दो श्रेणियों को आरक्षित श्रेणियों में रखा जाता था, जिनके आवेदकों को बिना कुर्रा में हिस्सा लिए हज पर भेजा जाता था। वहीं बुधवार सुबह तक कुर्रा की जानकारी वेबसाइट पर भी उपलब्ध करा दी जाएगी।
एयरपोर्ट रोड, सिंगारचोली स्थित दफ्तर में पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री ललिता यादव ने कंप्यूटर का बटन दबाकर ऑनलाइन कुरआ खोला। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हज यात्रियों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। विशेष अतिथि नायब शहर काजी सै. बाबर हुसैन ने हज यात्रा पर जाने वालों को नसीहत दी कि वे ध्यान रखे कि हज टूर नहीं, बल्कि एक पाकीजा सफर है, इसकी पाकीजगी बनाए रखे।
पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री ललिता यादव ने कंप्यूटर का बटन दबाकर ऑनलाइन कुर्रा खोला। हज हाउस में पढ़ी दुआ…
हज कमेटी दफ्तर में सुबह 11 बजे से लोग पहुंचने लगे थे। दोपहर एक बजे कुर्रा खोला गया। जिनका नाम इसमें निकला उन्होंने अल्लाह को याद करते हुए हज हाउस में ही दुआ पढ़ना शुरू कर दिया। बहुत से लोगों का नाम नहीं आने पर उन्हें निराश लौटना पड़ा। कमेटी के सदस्यों व अन्य लोगों ने उन्हें तसल्ली दी कि मायूस न हों, अल्लाह उन्हें भी कभी जरूर मौका देगा।
पैदल चलने का अभ्यास करें…
इस मौके पर राज्य मंत्री यादव ने हज के चयनित आवेदको को मुबारकबाद देते हुए कहा कि यात्रा के दौरान प्रशासन द्वारा बेहतर व्यवस्थाएं की जाएंगी। नायब शहर काजी सै. हुसैन ने हज यात्रा पर जाने वालों से कहा कि वे इस मुकद्दस सफर पर जाने से पहले अधिक दूरी तक पैदल चलने का अभ्यास शुरू कर दें। वहां उन्हें बहुत सारे अरकान पैदल चल कर ही पूरे करने होंगे।
19,936- कुल आवेदक
4,432- कुल कोटा
437- भोपाल के लिए कोटा
559- 70 साल या इससे अधिक आयु के आवेदक
04- बिना मेहरम जा रही महिलाओं की संख्या
3, 869- जनरल कैटेगरी के आवेदक
833- गत वर्ष की तुलना में बढ़ी सीट संख्या
कार्यपालन अधिकारी दाउद अहमद खान ने बताया कि 70 साल व उससे अधिक आयु के आवेदक और बगैर मेहरम के हज पर जाने वाली चार महिलाओं को रिजर्व श्रेणी में रखते हुए, बगैर कुरआ में शामिल किए हज के लिए चयनित किया है। हज यात्रा का कुल कोटा 4,432 मिला है। दोनों कैटेगरी के लोगों को सीटें आवंटित करने पर शेष 3,869 सीटें बचीं। कुरआ इन्हीं के बीच किया।