ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि मेरे व्यवहार से, मेरी किसी बात से आपको दुख पहुंचा हो या तकलीफ हुई तो मैं ह्रदय से क्षमाप्रार्थी हूं। उत्तम क्षमा। साथ ही एक तस्वीर भी पोस्ट की थी। जिस पर लिखा था कि मिच्छामी दुक्कड़म, क्षमावाणी पर्व की अनेकानेक शुभकामनाएं।
क्षमावाणी पर्व होता है
दरअसल, सिंधिया का यह ट्वीट क्षमावाणी पर्व को लेकर ही था। क्षमावाणी जैन धर्म का एक पर्व है। जिसमें रोजमर्रा की सारी कटुता, कलुषता को भूल लोग एक-दूसरे से माफी मांगते हैं और एक-दूसरे को माफ करते हुए लोग क्षमा पर्व मनाते हैं। जैन धर्म के अनुसार दिल से मांगी गई क्षमा हमें सज्जनत और सौम्यता के रास्ते पर ले जाती है।
दरअसल, सिंधिया का यह ट्वीट क्षमावाणी पर्व को लेकर ही था। क्षमावाणी जैन धर्म का एक पर्व है। जिसमें रोजमर्रा की सारी कटुता, कलुषता को भूल लोग एक-दूसरे से माफी मांगते हैं और एक-दूसरे को माफ करते हुए लोग क्षमा पर्व मनाते हैं। जैन धर्म के अनुसार दिल से मांगी गई क्षमा हमें सज्जनत और सौम्यता के रास्ते पर ले जाती है।
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस ट्वीट के मायने भी जैन धर्म के लोगों के लिए थी। लेकिन सोशल मीडिया यूजर्स इसके सियासी मायने निकालने लगे और तरह-तरह की नसीहत देने लगे। दीपांशु यादव नाम का एक यूजर्स लिखता है कि आप सिर्फ हर व्यक्ति कार्यकर्ता को सम्मान दें।
ट्विटर यूजर स्वतंत्र लिखते हैं कि अरे भैया कैसी बातें कर रहे, शर्मिंदा न करो कांग्रेस पार्टी में मुझे आपसे अच्छा नेता कोई नहीं लगता है, मैं आपको ह्रदय से सम्मान करता हूं और आपका प्रशंसक भी हूं।
संदेश शेट्टी नाम के यूजर सिंधिया को सलाह देते हैं कि बस आ जाओ बीजेपी में। आलोक जोशी लिखते हैं कि आज क्यों महाराज। एक और यूजर किसान भाई लिखते हैं कि आपने एक बार पूजा का नारियल सड़क पर फेंका था…उसके लिए माफी कदापि नहीं..
राहुल वरद लिखते हैं कि सही आदमी गलत पार्टी में। वहीं धर्मेंद्र सिंह राठौड़ लिखते हैं बिल्कुल महाराज साहब जब तक आप प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनोगे तब तक रोज दिल दुखेगा। रविवार को इंदौर आ रहे हैं सिंधिया
पिछले कुछ दिनों से ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश की राजनीति में खुद को सक्रिय रखने की कोशिश कर रहे हैं। 15 सितंबर को ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर आ रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि मां अहिल्या की पावन नगरी इंदौर में अगामी 15 सितंबर को रंगून गार्डन में दोपहर बारह से पांच बजे तक कांग्रेस के निष्ठावान और जांबाज कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करूंगा।
पिछले कुछ दिनों से ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश की राजनीति में खुद को सक्रिय रखने की कोशिश कर रहे हैं। 15 सितंबर को ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर आ रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि मां अहिल्या की पावन नगरी इंदौर में अगामी 15 सितंबर को रंगून गार्डन में दोपहर बारह से पांच बजे तक कांग्रेस के निष्ठावान और जांबाज कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करूंगा।
सिंधिया को अध्यक्ष बनाने की मांग
दरअसल, मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं। कई शहरों में उनके समर्थन में होर्डिंग-पोस्टर भी लगाए गए थे। हालांकि अभी तक प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। लेकिन शनिवार को दिल्ली में सोनिया गांधी के साथ अन्य नेताओं के साथ बैठक जरूर हुई है।
दरअसल, मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं। कई शहरों में उनके समर्थन में होर्डिंग-पोस्टर भी लगाए गए थे। हालांकि अभी तक प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। लेकिन शनिवार को दिल्ली में सोनिया गांधी के साथ अन्य नेताओं के साथ बैठक जरूर हुई है।