बाजार से सस्ती होगी ये कोरोना टेस्ट किट देश समेत विदेशों में कोरोना टेस्ट किट की भारी डिमांड है। हालांकि, इसकी कीमत काफी अधिक होने के कारण इसकी पूर्ति बड़ी चुनौती है। ऐसे में कंपनी द्वाा बनाई जाने वाली कोरोना टेस्ट किट, काफी कम कीमत में उपलब्ध हो सकेगी। ये कम खर्च और कम समय में जांच पूरी करने में सक्षम होगी। बस अब सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड एवं कंट्रोल आर्गेनाइजेशन की मान्यता का इंतज़ार है। इसके बाद किट बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
ICMR ने इस आधार पर दी मान्यता भोपाल के गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित किलपेस्ट कंपनी की फैक्ट्री स्थित कोरोना वायरस की जांच के लिए एक खास तरह की कोरोना टेस्च किट तैयार की थी। उसे एप्रूवल के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) को भेजा गया था। आईसीएमआर ने अपने मापदंडों के आधार पर किट की टेस्टिंग की, तमाम जांच के बाद इस किट को फिट करार दिया। यह देश की दूसरी कंपनी है जिसकी कोरोना वायरस टेस्टिंग किट को मान्यता मिली है। सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड एवं कंट्रोल आर्गेनाइजेशन से मान्यता के बाद किट बनाने का काम शुरू हो जाएगा।
ढाई घंटे में जांच करने में सक्षम है किट किलपेस्ट कंपनी की ओर से बनाई जा रही इस खास किट की खासियत है कि ये किट सिर्फ ढाई घंटों में ही कोरोना से संबंधित जांच करने में सक्षम होगी। साथ ही, एक किट के जरिये 100 मरीज़ों की जांच की जा सकेगी। सबसे खास बात ये कि, एक टेस्ट पर 1000 रुपए से भी कम खर्च आएगा, जबकि मौजूदा किट से जांच होने पर 4,500 रुपए खर्च होते हैं, साथ ही आमतौर पर जांच के नतीजे आने में 6 से 8 घंटे लग जाते हैं।
नहीं रहना पड़ेगा विदेशी कंपनियों पर निर्भर कोरोना वायरस की जांच के लिए अब भारत को विदेशी कंपनियों के किट पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। अभी तक कोविड-19 जांच के लिए पुणे स्थित मॉय लैब सहित सहित चार विदेशी कंपनियों के किट इस्तेमाल किए जा रहे हैं। अब भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने भोपाल की इस किलपेस्ट लैब को कोरोना जांच किट बनाने की अनुमति दे दी। इससे पहले स्वदेशी पुणे की मॉय लैब को कोरोना वायरस जांच की किट बनाने की अनुमति दी गई थी।