scriptएमआईसी ने लिंक रोड-दो पर प्रस्तावित की थी प्रतिमा, अफसरों ने बदल दी जगह | bhopal news | Patrika News

एमआईसी ने लिंक रोड-दो पर प्रस्तावित की थी प्रतिमा, अफसरों ने बदल दी जगह

locationभोपालPublished: Nov 12, 2019 01:25:39 am

Submitted by:

manish kushwah

पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की प्रतिमा पर विवाद: महापौर ने संभागायुक्त कार्यालय में सौंपा ज्ञापन, प्रतिमा कहीं ओर स्थापित करने की मांग

एमआईसी ने लिंक रोड-दो पर प्रस्तावित की थी प्रतिमा, अफसरों ने बदल दी जगह

एमआईसी ने लिंक रोड-दो पर प्रस्तावित की थी प्रतिमा, अफसरों ने बदल दी जगह

भोपाल. नानके पेट्रोल पंप के सामने लिंक रोड-एक पर शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा वाली जगह पर पूर्व सीएम अर्जुन सिंह की प्रतिमा लगाने के विवाद के तीसरे दिन नए तथ्य सामने आए। दरअसल, अर्जुन सिंह की प्रतिमा को लगाने के लिए आए प्रस्ताव में लिंक रोड दो का उल्लेख है, लेकिन इसे लिंक रोड एक पर लगाया गया महापौर परिषद के प्रस्ताव के बिना प्रतिमा स्थापना को लेकर निगम द्वारा जिला प्रशासन से किए पत्राचार का अब तक कोई जवाब नहीं मिला है। आयुक्त मयंक वर्मा ने निगम परिषद अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान को बताया कि जिला प्रशासन से अभी तक मंजूरी का पत्र नहीं मिला है।
इधर, प्रतिमा हटाने की मांग को लेकर सोमवार को महापौर आलोक शर्मा, परिषद अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान के नेतृत्व में एक दल संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव से मिलने पहुंचा। संभागायुक्त कार्यालय में नहीं थीं। अब महापौर मंगलवार को संभागायुक्त से मुलाकात करेंगे। कार्यालय में दिए गए ज्ञापन में पूर्व सीएम अर्जुन सिंह की प्रतिमा अन्यत्र स्थापित करने की मांग की गई है, वहीं नगर निगम कमिश्नर बी. विजय दत्ता का कहना है कि प्रतिमा के संबंध में महापौर, एमआईसी और कलेक्टर से चर्चा के बाद फैसला लिया जाएगा।
नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 के तहत निकाय सीमा में प्रतिमा हटाने, लगाने और उसके स्थान को लेकर महापौर परिषद से अनुमति जरूरी है। महापौर आलोक शर्मा का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर ने प्रतिमा का प्रस्ताव दिया था और लिंक रोड नंबर दो पर अनुमति दी गई थी, लेकिन इसे लिंक रोड नंबर एक पर लगा दिया गया। इसके लिए एमआईसी से नहीं पूछा गया।
ट्रैफिक के लिए नौ साल में 15 रोटरी, 22 प्रतिमाएं की गईं शिफ्ट
नौ साल में शहर के ट्रैफिक को बेहतर करने के लिए कई चौराहों का विकास किया गया। रोटरी या तो हटाई गईं या छोटी की गईं। प्रतिमाएं भी शिफ्ट की गईं। जानकारी के अनुसार नौ साल में 15 रोटरियों को तोड़ा गया, 22 प्रतिमाएं शिफ्ट की गईं। इसमें बोर्ड ऑफिस की रोटरी को छोटा किया, जबकि ज्योति टॉकीज चौराहे की रोटरी को लगभग हटाकर वहां सिर्फ एक प्रतिमा रहने दी गई। व्यापमं चौराहा की रोटरी खत्म की गई। रोशनपुरा से पॉलीटेक्निक चौराहा और डिपो चौराहा तक रोटरी हटाईं गईं। बीते सालों में डॉ. शंकरदयाल शर्मा, पं. उद्धवदास मेहता, महाराजा अग्रसेन, झलकारी बाई, पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमाएं शिफ्ट की गईं। ये रोटरियों और प्रतिमाएं ट्रैफिक में बाधा बन रही थीं। अब भी 32 सडक़ों पर रोटरियों और प्रतिमाओं के कारण ट्रैफिक थम जाता है। इनमें चेतक ब्रिज से भेल की की ओर का चौराहा और प्रभात चौराहा प्रमुख है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो