निजी भूमियों के अधिग्रहण के चलते सरकार को न्यायालयीन विवाद की आशंका थी। भूमि स्वामियों को राहत देने और एफएआर का बाजार तैयार करने सैटेलाइट टाउनशिप फॉर्मूला लाया जा रहा है। यहां बिल्डर्स को इमारतें बनाने के लिए एफएआर खरीदने की शर्त पर मंजूरी दी जाएगी। मेट्रो रूट पर आने वाली निजी जमीनों के भूमि स्वामी रिंग रोड पर प्रस्तावित सैटेलाइट टाउन में मुआवजे का एफएआर बेच सकेंगे।
ये हैं प्रभावित 16 स्थान
एम्स से करोंद के बीच मेट्रो रूट पर 16 स्टेशन बनाए जाने हैं। इस रूट की लंबाई 14.99 किमी है। मेट्रो के स्टॉपेज बनाने करोंद चौराहा, कृषि उपज मंडी, डीआईजी बंगला, सिंधी कॉलोनी, नादरा बस स्टैंड, भारत टॉकीज, पुल बोगदा, ऐशबाग स्टेडियम के पास, सुभाष नगर अंडरपास के पास और मैदा मिल केंद्रीय विद्यालय में निजी जमीनों का अधिग्रहण किया जाना है। एमपी नगर, सरगम सिनेमा, हबीबगंज कॉम्प्लेक्स, अलकापुरी और एम्स के एलीवेटेड स्टेशन बीआरटीएस पर बनाने की योजना है।