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एक यूनिट से बना रहे चार यूनिट ब्लड, वेतन समेत अन्य खर्चे ले रहे मरीजों से

locationभोपालPublished: Feb 03, 2020 12:42:52 am

Submitted by:

manish kushwah

ब्लड बैंक प्रोसेसिंग के नाम पर मरीजों की जेब कर रहे खाली, पिछले साल 30 करोड़ कमाए

एक यूनिट से बना रहे चार यूनिट ब्लड, वेतन समेत अन्य खर्चे ले रहे मरीजों से

एक यूनिट से बना रहे चार यूनिट ब्लड, वेतन समेत अन्य खर्चे ले रहे मरीजों से

भोपाल. प्रदेश के सभी ब्लड बैंक मरीज के एक यूनिट ब्लड से चार यूनिट बनाकर करोड़ों रुपए कमा रहे हैं, लेकिन डोनर्स के लिए कुछ नहीं करते। ब्लड बैंक मरीजों से बिजली का बिल, कर्मचारियों का वेतन, मशीनों की मरम्मत और स्टेशनरी का खर्च वसूल रहे हैं। 
पिछले साल प्रदेश में ब्लड ट्रांसफ्यूजन से 30 करोड़ रुपए से ज्यादा कमाई की गई। ब्लड बैंक उन्हीं से रक्त वापसी की स्थिति में मरीजों से प्रोसेसिंग फीस वसूल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने ब्लड प्रोसेसिंग फीस की दरें तय की हैं। पहले ***** ब्लड मरीजों को चढ़ाया जाता था। अब एक यूनिट ब्लड से रेड सेल, प्लाज्मा, प्लेटलेट और क्रायोप्रेसिपिपेट अलग कर चार मरीजों को दिया जाता है।
प्रदेश में हर साल तीन लाख यूनिट स्वैच्छिक रक्तदान हो रहा है। इसमें से 70 हजार यूनिट मेडिकल कॉलेजों और 2 लाख 30 हजार यूनिट जिला अस्पतालों के ब्लड बैंक में आता है। तय राशि लेकर ये ब्लड मरीजों को दिया जाता है। 
300 रुपए आता है खर्च
एक यूनिट खून के लिए मरीज से सरकारी ब्लड बैंक में 1050 से 1650 रुपए लिए जा रहे हैं, जबकि इसमें जांच और ब्लड बैग मिलाकर सिर्फ 300 रुपए का खर्च आता है। डोनर का ब्लड लेकर मरीज को चढ़ाने के पहले पांच जांचें की जाती हैं। इनमें मलेरिया, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, एचआईवी और वीडीआरएल (यौन संक्रमित रोग) की जांच शामिल हैं। ये जांचें रैपिड किट से की जाती हैं। पांचों जांच किट करीब 200 रुपए में आती हैं।
मरीजों से ऐसे वसूलते हैं
शुल्क ब्लड बैग 50 रुपए
किट से टेस्टिंग 200 रुपए
डोनर हीमोग्लोबिन 30 रुपए
ब्लड ग्रुपिंग 70 रुपए
क्रास मैचिंग 70 रुपए
केमिकल्स 10 रुपए
स्टेशनरी 20 रुपए
प्लास्टि वेयर 70 रुपए
वेतन 300 रुपए
उपकरण 50 रुपए
बिजली 70 रुपए
डोनर रिफ्रेशमेंट 25 रुपए
क्वालिटी एश्योरेंस 25 रुपए
अन्य 50 रुपए
कुल 1050 रुपए
अस्पताल में भर्ती मरीजों चाहे वो बीपीएल हों या एपीएल, इनसे किसी तरह का प्रोसेसिंग चार्ज नहीं लिया जाएगा। बाहरी मरीजों के लिए 1050 रुपए शुल्क तय हैं। यह दरें एनबीटीसी ने तय की हैं, हम इसमें कुछ नहीं कर सकते।
राकेश मुंशी, संयुक्त संचालक स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन कमेटी
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