300 रुपए आता है खर्च
एक यूनिट खून के लिए मरीज से सरकारी ब्लड बैंक में 1050 से 1650 रुपए लिए जा रहे हैं, जबकि इसमें जांच और ब्लड बैग मिलाकर सिर्फ 300 रुपए का खर्च आता है। डोनर का ब्लड लेकर मरीज को चढ़ाने के पहले पांच जांचें की जाती हैं। इनमें मलेरिया, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, एचआईवी और वीडीआरएल (यौन संक्रमित रोग) की जांच शामिल हैं। ये जांचें रैपिड किट से की जाती हैं। पांचों जांच किट करीब 200 रुपए में आती हैं।
मरीजों से ऐसे वसूलते हैं
शुल्क ब्लड बैग 50 रुपए
किट से टेस्टिंग 200 रुपए
डोनर हीमोग्लोबिन 30 रुपए
ब्लड ग्रुपिंग 70 रुपए
क्रास मैचिंग 70 रुपए
केमिकल्स 10 रुपए
स्टेशनरी 20 रुपए
प्लास्टि वेयर 70 रुपए
वेतन 300 रुपए
उपकरण 50 रुपए
बिजली 70 रुपए
डोनर रिफ्रेशमेंट 25 रुपए
क्वालिटी एश्योरेंस 25 रुपए
अन्य 50 रुपए
कुल 1050 रुपए
एक यूनिट खून के लिए मरीज से सरकारी ब्लड बैंक में 1050 से 1650 रुपए लिए जा रहे हैं, जबकि इसमें जांच और ब्लड बैग मिलाकर सिर्फ 300 रुपए का खर्च आता है। डोनर का ब्लड लेकर मरीज को चढ़ाने के पहले पांच जांचें की जाती हैं। इनमें मलेरिया, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, एचआईवी और वीडीआरएल (यौन संक्रमित रोग) की जांच शामिल हैं। ये जांचें रैपिड किट से की जाती हैं। पांचों जांच किट करीब 200 रुपए में आती हैं।
मरीजों से ऐसे वसूलते हैं
शुल्क ब्लड बैग 50 रुपए
किट से टेस्टिंग 200 रुपए
डोनर हीमोग्लोबिन 30 रुपए
ब्लड ग्रुपिंग 70 रुपए
क्रास मैचिंग 70 रुपए
केमिकल्स 10 रुपए
स्टेशनरी 20 रुपए
प्लास्टि वेयर 70 रुपए
वेतन 300 रुपए
उपकरण 50 रुपए
बिजली 70 रुपए
डोनर रिफ्रेशमेंट 25 रुपए
क्वालिटी एश्योरेंस 25 रुपए
अन्य 50 रुपए
कुल 1050 रुपए
अस्पताल में भर्ती मरीजों चाहे वो बीपीएल हों या एपीएल, इनसे किसी तरह का प्रोसेसिंग चार्ज नहीं लिया जाएगा। बाहरी मरीजों के लिए 1050 रुपए शुल्क तय हैं। यह दरें एनबीटीसी ने तय की हैं, हम इसमें कुछ नहीं कर सकते।
राकेश मुंशी, संयुक्त संचालक स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन कमेटी
राकेश मुंशी, संयुक्त संचालक स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन कमेटी