खंडवा: 4 रुपए मिले
जिले के कई किसानों को मिली बीमा राशि दो अंकों तक नहीं पहुंच सकी। इससे किसानों में आक्रोश है। खालवा तहसील के रोशनी राजस्व क्षेत्र के ग्राम पाडल्या में किसान जगदीश गौड़ को चार रुपए मिले हैं। जगदीश का कहना है कि चार रुपए देकर हमारे साथ मजाक किया है। मेरे खेत में 60 हजार रुपए तो सोयाबीन की फसल की लागत थी। उस पर 1300 रुपए बीमा का प्रीमियम काटा गया था। ग्राम सिर्रा के किसान पन्नालाल पटेल को तीन रुपए मिले हैं।
महू: पांच-सात रुपए
डॉ. आंबेडकर नगर (महू) तहसील के कई किसानों को दो, तीन, पांच और सात रुपए मिले हैं। किसान प्रेम सिंह के दो खातों में दो और पांच रुपए जमा हुए हैं। उमरिया की अमृतबाई के खातों में भी पांच और सात रुपए आए हैं। अमृतबाई के पुत्र चंदरसिंह का कहना है कि इतने में तो बच्चों के लिए बिस्किट का पैकेट भी नहीं आता है। यही स्थिति उमरिया पटवारी हलके के कई किसानों की है। यहां कि किसानों को चंद रुपए मिलने से परिवार के सामने संकट खड़ा हो गया है।
धार: खाली हाथ
जिले के सैकड़ों किसानों को सौ रुपए से कम मिले हैं, जबकि इनसे 600 रुपए प्रति हेक्टेयर प्रीमियम जमा करवाया गया था। सरदारपुर तहसील के काशपुरा गांव के किसान बलराम को बीमा राशि के 66 रुपए मिले हैं। मनावर के लिंबी के उमराव को 29 रुपए मिले हैं। इसके अलावा कई प्रभावित किसान बीमा राशि से महरूम रह गए हैं। इससे किसानों में बीमा कंपनी के खिलाफ भारी नाराजगी है। उनका कहना है कि ऐसे बीमा का क्या फायदा जो ऐनवक्त पर भी काम न आए।
जिले के कई किसानों को मिली बीमा राशि दो अंकों तक नहीं पहुंच सकी। इससे किसानों में आक्रोश है। खालवा तहसील के रोशनी राजस्व क्षेत्र के ग्राम पाडल्या में किसान जगदीश गौड़ को चार रुपए मिले हैं। जगदीश का कहना है कि चार रुपए देकर हमारे साथ मजाक किया है। मेरे खेत में 60 हजार रुपए तो सोयाबीन की फसल की लागत थी। उस पर 1300 रुपए बीमा का प्रीमियम काटा गया था। ग्राम सिर्रा के किसान पन्नालाल पटेल को तीन रुपए मिले हैं।
महू: पांच-सात रुपए
डॉ. आंबेडकर नगर (महू) तहसील के कई किसानों को दो, तीन, पांच और सात रुपए मिले हैं। किसान प्रेम सिंह के दो खातों में दो और पांच रुपए जमा हुए हैं। उमरिया की अमृतबाई के खातों में भी पांच और सात रुपए आए हैं। अमृतबाई के पुत्र चंदरसिंह का कहना है कि इतने में तो बच्चों के लिए बिस्किट का पैकेट भी नहीं आता है। यही स्थिति उमरिया पटवारी हलके के कई किसानों की है। यहां कि किसानों को चंद रुपए मिलने से परिवार के सामने संकट खड़ा हो गया है।
धार: खाली हाथ
जिले के सैकड़ों किसानों को सौ रुपए से कम मिले हैं, जबकि इनसे 600 रुपए प्रति हेक्टेयर प्रीमियम जमा करवाया गया था। सरदारपुर तहसील के काशपुरा गांव के किसान बलराम को बीमा राशि के 66 रुपए मिले हैं। मनावर के लिंबी के उमराव को 29 रुपए मिले हैं। इसके अलावा कई प्रभावित किसान बीमा राशि से महरूम रह गए हैं। इससे किसानों में बीमा कंपनी के खिलाफ भारी नाराजगी है। उनका कहना है कि ऐसे बीमा का क्या फायदा जो ऐनवक्त पर भी काम न आए।