भाई ने किया फोन तब हुआ खुलासा
17 सितम्बर की शाम सोनम के पिता रघुनंदन पुलिस थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई कि मेरी बेटी सोनम और नातिन शान्वी को मोहल्ले का लड़का शिवम भगाकर ले गया है। पुलिस ने शिवम के भाई को थाने बुलाया और शिवम को फोन करवाया, शिवम ने बताया कि मैं भोपाल में हूं।
17 सितम्बर की शाम सोनम के पिता रघुनंदन पुलिस थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई कि मेरी बेटी सोनम और नातिन शान्वी को मोहल्ले का लड़का शिवम भगाकर ले गया है। पुलिस ने शिवम के भाई को थाने बुलाया और शिवम को फोन करवाया, शिवम ने बताया कि मैं भोपाल में हूं।
छिपने के लिए तीन दिन भटकते रहे परिवार को पता चल चुका था कि सोनम प्रेमी शिवम के साथ भोपाल में है। पुलिस और परिवार वाले उसे तलाश रहे थे, इसी बीच 17 सितम्बर की शाम, प्रेमी के साथ रहने की चाहत में सोनम ने एक साल की मासूम शान्वी को तालाब में फेंक दिया। इसके बाद शिवम और सोनम तीन दिन रिश्तेदारों के घर से लेकर यहां-वहां भटकते रहे, पर उन्हें पकड़े जाने का डर सताता रहा। सोमवार को हलालपुरा से पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
शहर से भागने की फिराक में थे
सोमवार दोपहर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि शिवम और सोनम हलालपुरा बस स्टैंड पर खड़े हैं और कहीं भागने की फिराक में हैं, इस पर पुलिस ने उन्हें मौके से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ पर अपना नाम रेलवे कॉलोनी ओबेदुल्लागंज निवासी सोनम पत्नी जितेन्द्र चौरसिया और युवक ने रायसेन के गल्लामंडी निवासी शिवम कुशवाह 22 वर्ष पिता बाबूलाल बताया। आरोपियों की तस्दीक होने पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
सोमवार दोपहर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि शिवम और सोनम हलालपुरा बस स्टैंड पर खड़े हैं और कहीं भागने की फिराक में हैं, इस पर पुलिस ने उन्हें मौके से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ पर अपना नाम रेलवे कॉलोनी ओबेदुल्लागंज निवासी सोनम पत्नी जितेन्द्र चौरसिया और युवक ने रायसेन के गल्लामंडी निवासी शिवम कुशवाह 22 वर्ष पिता बाबूलाल बताया। आरोपियों की तस्दीक होने पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
ससुराल के बाद मायके में मिली फटकार
15 सितम्बर को दिन भर सोनम बिना मोबाइल के रही। रात को घर वालों के सोने के बाद घर से निकल गई। दूसरे दिन सुबह परिवार वाले उठे तो सोनम और उसकी बेटी शान्वी नहीं मिली। आसपास तलाशने से लेकर मायके तक खबर की गई, पर कहीं पता नहीं चला। इसी दिन देर रात करीब एक बजे वह रायसेन में पिता के घर पहुंची, तो नाराज पिता ने उसे डांटते हुए घर में घुसने देने से रोक दिया। इस पर बीच-बचाव करते हुए पड़ोस में रहने वाले चाचा ने उसे रखा। 17 तारीख की सुबह 11 बजे वह चाचा के घर से भी निकल गई। मोहल्ले का युवक शिवम भी घर पर नहीं था।
15 सितम्बर को दिन भर सोनम बिना मोबाइल के रही। रात को घर वालों के सोने के बाद घर से निकल गई। दूसरे दिन सुबह परिवार वाले उठे तो सोनम और उसकी बेटी शान्वी नहीं मिली। आसपास तलाशने से लेकर मायके तक खबर की गई, पर कहीं पता नहीं चला। इसी दिन देर रात करीब एक बजे वह रायसेन में पिता के घर पहुंची, तो नाराज पिता ने उसे डांटते हुए घर में घुसने देने से रोक दिया। इस पर बीच-बचाव करते हुए पड़ोस में रहने वाले चाचा ने उसे रखा। 17 तारीख की सुबह 11 बजे वह चाचा के घर से भी निकल गई। मोहल्ले का युवक शिवम भी घर पर नहीं था।