कम चौड़ाई की रोड पर ट्रैफिक जाम की दिक्कत सबसे बड़ी है। रोड समय पर नहीं बनाई तो जमीन पर कब्जे होंगे, जो हटाने में दिक्कत होगी। लोगों को कहना है कि सड़क निर्माण के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से बात की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसके चलते हमें भारी असुविधा होती है। कई बार जाम की स्थिति में भी परेशानी उठानी पड़ती है।
हस्ताक्षर अभियान से जुड़े लोगों का कहना है कि जब तक सभी परेशान लोगों को हम अभियान से नहीं जोड़ लेते ये जारी रहेगा। हम हजारों लोगों की आवाज हस्ताक्षर के माध्यम से उठाकर सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं। उनका कहना है कि जनप्रतिनिधियों को ये समझना चाहिए कि इस सड़क के निर्माण से हजारों लोगों को सुविधा होगी। उन्हें इस दिशा में पहल करनी चाहिए।