ऐसे पूरा होगा शिक्षण सत्र
18 महीने से स्कूल बंद होने के कारण विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेश दिया गया है। ऐसे में दक्षता उन्नयन के लिए पहले की कक्षाओं का कोर्स पढ़ाया जाना है। सितंबर से अक्टूबर तक गणित विषय में दो अंकों को जोड़, घटाना, भाग और गुणा करना बताया जाएगा। हिन्दी विषय में दो वक्यों को जोडऩा और उन्हें पढऩे की प्रेक्टिस कराई जाएगी। इस हिसाब से नवंबर- दिसंबर में पिछले साल का 40 से 50 फीसदी कोर्स पूरा होगा। इसके अलावा जनवरी 2020 तक मौजूदा कक्षा के 60 फीसदी कोर्स को कवर किया जाएगा। कोर्स का 40 फीसदी हटाया जाएगा।
कक्षा तीन से पांच तक ये योजना
-20 से 27 सितंबर तक कक्षा तीन से पांच के विद्यार्थियों को प्रयास अभ्यास पुस्तिका पर काम कराया जाएगा।
-28 सितंबर से 13 नंबर तक कक्षा चार के लिए दक्षता उन्नयन के साथ ही हिन्दी, अंगे्रजी और गणित के कालखंड लगेंगे। कक्षा पांच के लिए सुबह 10.30 से 2 बजे तक दक्षता उन्नयन।
-15 नवंबर से 15 जनवरी तक पूर्व कक्षाओं को कोर्स पूरा किया जाएगा। इसके लिए अलग से ब्रिज कोर्स मुहैया होगा। दक्षता उन्नयन के लिए बूस्टर डोज वाला कालखंड लगेगा।
16 जनवरी से 26 अप्रेल तक मौजूदा कक्षा के पाठ्यक्रम के मुताबिक शिक्षण कार्य होगा।
18 महीने से स्कूल बंद होने के कारण विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेश दिया गया है। ऐसे में दक्षता उन्नयन के लिए पहले की कक्षाओं का कोर्स पढ़ाया जाना है। सितंबर से अक्टूबर तक गणित विषय में दो अंकों को जोड़, घटाना, भाग और गुणा करना बताया जाएगा। हिन्दी विषय में दो वक्यों को जोडऩा और उन्हें पढऩे की प्रेक्टिस कराई जाएगी। इस हिसाब से नवंबर- दिसंबर में पिछले साल का 40 से 50 फीसदी कोर्स पूरा होगा। इसके अलावा जनवरी 2020 तक मौजूदा कक्षा के 60 फीसदी कोर्स को कवर किया जाएगा। कोर्स का 40 फीसदी हटाया जाएगा।
कक्षा तीन से पांच तक ये योजना
-20 से 27 सितंबर तक कक्षा तीन से पांच के विद्यार्थियों को प्रयास अभ्यास पुस्तिका पर काम कराया जाएगा।
-28 सितंबर से 13 नंबर तक कक्षा चार के लिए दक्षता उन्नयन के साथ ही हिन्दी, अंगे्रजी और गणित के कालखंड लगेंगे। कक्षा पांच के लिए सुबह 10.30 से 2 बजे तक दक्षता उन्नयन।
-15 नवंबर से 15 जनवरी तक पूर्व कक्षाओं को कोर्स पूरा किया जाएगा। इसके लिए अलग से ब्रिज कोर्स मुहैया होगा। दक्षता उन्नयन के लिए बूस्टर डोज वाला कालखंड लगेगा।
16 जनवरी से 26 अप्रेल तक मौजूदा कक्षा के पाठ्यक्रम के मुताबिक शिक्षण कार्य होगा।