scriptएनएसएस कार्यक्रम समन्वयक के पद से शिक्षकों ने बनाई दूरी, फिर से बुलाए आवेदन | bhopal news | Patrika News
भोपाल

एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक के पद से शिक्षकों ने बनाई दूरी, फिर से बुलाए आवेदन

-प्रदेश के सात शासकीय विश्वविद्यालयों में की जानी है नियुक्ति

भोपालOct 31, 2021 / 10:39 pm

manish kushwah

एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक के पद से शिक्षकों ने बनाई दूरी, फिर से बुलाए आवेदन

एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक के पद से शिक्षकों ने बनाई दूरी, फिर से बुलाए आवेदन


भोपाल. राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की गतिविधियों का संचालन करने के लिए विश्वविद्यालयों में कार्यक्रम समन्वयकों की नियुक्ति को लेकर शिक्षकों ने बेरुखी अपनाई हुई है। नतीजतन उच्च शिक्षा विभाग ने एक बार फिर 31 दिसंबर तक प्रदेश में संचालित सात शासकीय विश्वविद्यालयों में समन्वयकों की नियुक्ति के लिए आवेदन बुलवाए हैं। मालूम हो कि उच्च शिक्षा विभाग ने इससे पहले 9 अगस्त को इन पदों पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू की थी और 15 सितंबर तक आवेदन बुलाए थे। इस दरमियान पर्याप्त संख्या में आवेदन नहीं मिल सके थे। जानकारी के मुताबिक एनएसएस समन्वयक के लिए प्राध्यापक, एसोसिएट प्राध्यापक और सहायक प्राध्यापकों के आवेदन बुलाए गए थे। इसमें शर्त थी कि इन सभी ने एनएसएस गतिविधियों में बतौर समन्वयक, कार्यक्रम अधिकारी या जिला संगठक के रूप में कार्य करना जरूरी है। विश्वविद्यालयों में कार्यक्रम समन्वयक के पद पर तीन साल के लिए नियुक्ति की जाना है।
इन विश्वविद्यालयों में होना है नियुक्ति
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल
अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर
जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर
महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय, छतरपुर
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन
कोरोना काल में कैंप गतिविधियां थी बंद
कोरोना संक्रमण के चलते तकरीबन डेढ़ साल से राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर नहीं लगाए थे। हालांकि कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी जागरुकता, मास्क वितरण समेत अन्य कार्य तहसील, जिला स्तर पर किए गए थे। सूत्रों के मुताबिक विश्वविद्यालय स्तर पर फिलहाल कार्यक्रम समन्वयक की तैनाती है, पर इनमें से अधिकतर आगे काम करने को राजी नहीं हैं। इसके अलावा कई प्रोफेसर या सहायक प्रोफेसर कॉलेज स्तर पर ही एनएसएस गतिविधियों से जुड़े रहना चाहते हैं। इसके चलते तय तारीख तक पर्याप्त आवेदन नहीं पहुंचे थे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो