भोपाल

155 साल बाद अब हर साल मनाया जाएगा जीआरपी मप्र का स्थापना दिवस

-महिला एवं बुजुर्गों की सुरक्षा के मद्देनजर सालभर चलेगा अभियान

भोपालJan 14, 2022 / 11:01 pm

manish kushwah

155 साल बाद अब हर साल मनाया जाएगा जीआरपी मप्र का स्थापना दिवस,155 साल बाद अब हर साल मनाया जाएगा जीआरपी मप्र का स्थापना दिवस,155 साल बाद अब हर साल मनाया जाएगा जीआरपी मप्र का स्थापना दिवस

भोपाल. इंदौर, भोपाल आर जबलपुर समेत तीन सेक्शन, २८ पुलिस थाने और २० चौकियों के बड़े नेटवर्क वाले मप्र जीआरपी यानी मप्र शासकीय रेलवे पुलिस का इस बार एक जनवरी को पहली बार स्थापना दिवस मनाया गया। यहां बता दें कि १५५ साल पहले जीआरपी की स्थापना अंग्रेजी शासनकाल के दौरान की गई थी। इस साल एक जनवरी को पहली बार मप्र जीआरपी का स्थापना दिवस मनाया गया। इसके लिए एक से सात जनवरी के बीच जागरुकता सप्ताह आयोजित हुआ। इसका मुख्य उद्देश्य ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा रहा। जीआरपी आइजी एमएस सिकरवार ने बताया कि जागरुकता सप्ताह के दौरान जीआरपी द्वारा चलाए गए अभियानों को अब सालभर जारी रखा जाएगा। स्थापना दिवस सप्ताह के दौरान जिला एवं राज्य स्तर पर खेल एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां भी आयोजित की गईं।
महिला-बुजुर्ग सुरक्षा पर फोकस
मप्र जीआरपी द्वारा चलाए गए अभियान के तहत टेे्रनों में महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा पर फोकस किया गया। इस दौरान प्रमुख स्टेशनों पर ट्रेनों के लिए जारी किए गए रिजर्वेशन चार्ट से रेडंमली महिला यात्रियों का चयन कर जीआरपी रिस्पॉन्स टीम उनके पास पहुंची और उनसे फीडबैक लिए गए। इस कवायद में यात्रियों को भरोसा दिलाया गया कि यदि कोई महिला अकेले यात्रा कर रही हैं तो उनकी सुरक्षा में जीआरपी तैनात है। इसी तरह की कवायद बुजुर्ग यात्रियों के साथ भी की गई। अब इस तरह की रुटीन प्रक्रिया सालभर की जाएगी।
रेल सुरक्षा समिति को किया सक्रिय
स्टेशनों की सुरक्षा के लिए जीआरपी के साथ सहयोग करने वाली रेल सुरक्षा समितियों को भी फिर से सक्रिय किया गया है। स्थापना दिवस सप्ताह के दौरान इन समितियों के सदस्यों को आइ कार्ड जारी किए गए। इसके अलावा कुलियों और स्टेशन पर सक्रिय वेंडर्स के साथ जागरुकता अभियान संचालित हुआ। वेंडर्स और कुलियों से संवाद स्थापित कर स्टेशनों की सुविधाओं और सुरक्षा को पुख्ता करने की कवायद की गई।

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