कोरोना के बाद शहर में तेजी से निर्माण कार्य भी शुरू हुए हैं, होशंगाबाद रोड की तरफ से आने वाले 40 फीसदी डंपर कोलार की तरफ जाते हैं। वहीं सीहोर की तरफ से आने वाले रेत के डंपर भी गोल जोड़ होकर कोलार होते हुए गंतव्य तक पहुंचते हैं। सड़क, डंपर, निर्माण कार्य और कोलार रोड का ट्रैफिक मिलकर कोलार की हवा को और प्रदूषित करते जा रहे हैं। मप्र प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों की मानें तो शहर में कोलार में सबसे ज्यादा एक्यूआई खराब रहती है। इसके बाद टीटी नगर और गोविंदपुरा का नंबर आता है।
अरेरा कॉलोनी, हमीदिया रोड, बैरागढ़ में प्रदूषण कम
मप्र प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के 25 मार्च के आंकड़े बताते हैं कि शहर में सबसे साफ अरेरा कॉलोनी की हवा है। यहां एक्यूआई का स्तर 109 है। दूसरे नंबर पर हमीदिया रोड 113 एक्यूआई और तीसरे नंबर पर 115 एक्यूआई के साथ बैरागढ़ है।
हरियाली, तालाब, भारी वाहनों पर रोक, सड़कें दुरुस्त का असर
जहां एक्यूआई कम है उन स्थानों के आस-पास ग्रीन बेल्ट डवलप है। अरेरा कॉलोनी में बड़े बंगले और उनमें अच्छी हरियाली है। सड़कों पर भी काफी पेड़ लगे हैं, सड़कें भी दुरुस्त हैं। इसी प्रकार हमीदिया रोड पर भारी वाहनों की एंट्री रात 11 से पहले नहीं होती। सड़के पुरानी बनी हैं, ज्यादा उखड़ती भी नहीं। बैरागढ़ में बड़ा तालाब का काफी हिस्सा आता है, इस कारण वहां काफी हरियाली और कैचमेंट का असर है।
स्कूल खुल चुके हैं, दो साल से थमे बसों के पहिए चले
स्कूल पूरी तरह खुल चुके हैं, दो साल से शहर में चलने वाली 1700 बसें फिर से संचालित होने लगेंगी। करीब 2 हजार मिनी और छोटे वाहन हैं जिनमें बच्चे स्कूल आना शुरू हो रहे हैं। अगले सत्र तक पूरी क्षमता से स्कूल के वाहन दौड़ेंगे। बसों और डीजल वाहनों से भी प्रदूषण बढ़ेगा।
ये करें तो हवा की सेहत रहे दुरुस्त
- सड़कों की नियमित मरम्मत और मशीनों द्वारा सफाई हो, जो सिर्फ वीआईपी रोड पर ही दिखती है।
- बड़े निर्माण कार्यों में कुछ हद तक ग्रीन नेट लगाए जाएं, टीटी नगर में कुछ निर्माणों पर ऐसा किया
- लोग अपने वाहनों की नियमित जांच पीयूसी सेंटरों पर कराएं, आरआटीओ, खाद्य विभाग भी पीयूसी सेंटरों पर पर ध्यान दें
- बीच बीच में कार्बन सिंक के लिए खाली स्थानों पर मियावाकी पद्धति पर छोटे-छोटे ग्रीन बेल्ट तैयार करने होंगे। कोलार में सबसे ज्यादा जरूरत।
शहर में हवा का स्तर
कोलार--136
टीटी नगर--129
गोविंदपुरा--125
होशंगाबाद रोड--116
बैरागढ़--115
हमीदिया रोड--113
अरेरा कॉलोनी--109
वर्जन
बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए विभागों के साथ-साथ आमजन का सहयोग भी जरूरी हो गया है। सड़कों की सफाई नियमित रूप से हो, लोग भी पीयूसी सेंटरों पर अपने वाहनों की जांच कराएं।
ब्रजेश शर्मा, रीजनल ऑफिसर, एमपीपीसीबी