शनिवार-रविवार की रात में करीब 2 बजे केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से भोपाल पुलिस और कंट्रोल रूम को से एक इनपुट मिला।
भोपाल। 31 अक्टूबर को हुए 8 सिमी आतंकियों के एनकाउंटर के बाद एक बार फिर दहशत की स्थिति पैदा हो गई है। खुफिया एजेंसियों से मिले एक गंभीर इनपुट के बाद पूरे भोपाल में पुलिस थानों, कंट्रोल रूम और अन्य पुलिस दफ्तरों की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। कंट्रोल रूम के तीनों गेट बंद कर दिए गए। यहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को बुलेट प्रूफ जैकेट पहना दी गई है। साथ ही ये सुरक्षाकर्मी असॉल्ट राइफल के साथ तैनात किए गए हैं। आखिर पुलिस पर इतना कड़ा पहरा क्यों, आइए जानते हैं इसके पीछे की पूरी कहानी…
देर रात मिला था इनपुट
शनिवार-रविवार की रात में करीब 2 बजे केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से भोपाल पुलिस और कंट्रोल रूम को से एक इनपुट मिला। इस इनपुट के मिलते ही थानेदार से लेकर आईजी-डीआईजी स्तर के अधिकारियों के होश उड़ गए। इनपुट में कहा गया था कि प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया यानी सिमी के कुछ आतंकी भोपाल में घुस आए हैं। उनका मूवमेंट भोपाल के कई इलाकों में हुआ है और वे पुलिस कंट्रोल रूम और थानों को निशाना बना सकते हैं। ऐसे में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
पूरी रात चली मीटिंग
खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद रात करीब 2:30 बजे आईजी स्तर के अधिकारियों ने करीब 8 थानों के थानेदारों व अन्य बड़े अफसरों के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में पुलिस को हर स्थिति से निपटने, कुछ भी संदिग्ध दिखने पर तत्काल एक्शन लेने, संदिग्ध लोगों को देखते हुए उन्हें घेरने, थानों, कंट्रोल रूम को अति सुरक्षित जोन बनाने के निर्देश दिए गए।