जांच में सहीं मिली शिकायतें पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि होशंगाबाद के धर्म गुरु सहित पांचों पीडि़तों को लोन दिलाने की बातों में उलझा कर पॉलिसी बेची गई है। यह पॉलिसी बैंक उपभोक्ताओं के नाम पर दर्ज भी की गई है लेकिन उन्हें बाद में कर्ज नहीं दिया गया। जांच में यह बात सामने आई है कि पॉलिसी बेचकर कमीशन प्राप्त करने के इरादे से बैंक कर्मियों ने उपभोक्ताओं को लोन दिलाने का झांसा दिया था। जब पॉलिसी बिकने के बाद बैंक कर्मियों को कमीशन प्राप्त हो गया तो उपभोक्ताओं को उनके हाल पर छोड़ दिया गया।
कानूनी कार्रवाई की तैयारी
डीसीपी क्राइम अमित कुमार सिंह ने बताया कि बैंक उपभोक्ताओं को लोन देने के नाम पर जबरदस्ती पॉलिसी बेचने के लिए मजबूर करने के मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीडि़तों की शिकायतें प्राप्त कर ली गई है, इस मामले में कर्मियों की पहचान की जा रही है। साइबर पुलिस ने बैंक उपभोक्ताओं से अपील की है कि वह लोन लेने के नाम पर किसी भी प्रकार की शर्त के दबाव में नहीं आएं। यदि इस प्रकार की शर्त एवं दबाव निर्मित किया जा रहा है तो इसकी सूचना तत्काल बैंक प्रबंधन को लिखित में दर्ज करवाएं।