गैंग का मुख्य आरोपी अंशु सिंह एवं गोपाल सोमवंशी जस्टि्डायल से इंक्वायरी देखकर अपने अन्य सहयोगियों को सक्रिय करते थे आरोपी यह पता लगाते थे कि किस व्यापारी को गेहूं खरीदने की जरूरत है इसके बाद वह व्यापारी के पते ठिकाने के आसपास किसी दूसरे मार्केट में सपोर्ट किया गया गेहूं का एड्रेस शिकार को बताते थे गेहूं खरीदने की नियत से संबंधित व्यापारी स्टॉक देख कर आता था और ऑनलाइन आरोपियों से डील करने लगता था इस प्रकार किसी और का गेहूं बेचने के नाम पर आरोपी आसानी से व्यापारियों को ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार बना रहे थे।