scriptदुबई के कारोबारी के दस्तावेज का उपयोग कर रिश्तेदार ने उठाया कार लोन, गिरफ्तार | bhopal police | Patrika News

दुबई के कारोबारी के दस्तावेज का उपयोग कर रिश्तेदार ने उठाया कार लोन, गिरफ्तार

locationभोपालPublished: Jun 26, 2022 07:12:23 pm

भोपाल एवं जबलपुर में तेजी से सामने आ रहे फ्रॉड के मामले प्रायवेट बैंक एवं फायनेंस कंपनियों के कर्मियों से सांठगांठ कर बढ रहे मामले
तीन लाख 84 हजार 426 रुपए ऋण बाकी, फायनेंस कंपनी कर्मी भी गिरफ्तार
फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर दूसरे की प्रापर्टी एवं दस्तावेज का इस्तेमाल कर आरोपी चोरी छिपे फायनेंस कंपनियों के प्रतिनिधियों से सांठगांठ कर लोन उठा रहे हैं।

bhopal police

bhopal police

आपके नाम से छलपूर्वक उठाया गया लोन जमा नहीं किया जाएगा तो बैंक राशि मांगने आपके दरवाजे पहुंचेगा। इस प्रकार आपको पता चलेगा कि किसी ने आपकी प्रापर्टी और दस्तावेज के आधार पर भारी कर्जा उठाया है। भोपाल के एमपी नगर एवं जबलपुर के आधारताल महाराजपुर में ऐसे मामले सामने आए हैं। एमपी नगर मामले में फायनेंस कंपनी प्रतिनिधि एवं मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एमपीनगर इलाके में दुबई के एक कारोबारी के दस्तावेजों का उपयोग कर ऐसा ही एक फर्जी लोन लेने का मामला सामने आया है। पुलिस ने लोन पास करने वाले फायनेंस कंपनी के कर्मचारी इरशाद खान एवं आरोपी रिश्तेदार पंकज सवानी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

बैंक के वकील ने करवाई एफआईआर
एमपीनगर पुलिस के मुताबिक सुनील शर्मा एडवोकेट हैं और पूनावाला निंकाय प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के विधि सलाहकार हैं। उन्होंने थाने में शिकायत की थी कि दुबई में कारोबार करने वाले भरत कुमार नाम के व्यक्ति के दस्तावेज लगाकर उनकी कंपनी से ऋण लेकर धोखाधड़ी की गई है। जबकि ऋण भरत ने नहीं लेकर उनके दस्तावेज के जरिए उनके रिश्तेदार पंकज सवानी ने लिया है। पंकज एयरपोर्ट रोड पर एक निजी कंपनी के दोपहिया शोरूम में प्रबंधक है। उसने पूनावाला निंकाय प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के फील्‍ड अधिकारी इरशाद अली के साथ मिलकर दस्तावेजों का सत्यापन कराया और उनके नाम पर तीन लाख 84 हजार चार सौ 26 रुपए का ऋण ले लिया। इस राशि से पंकज सवानी ने कार खरीदी। बाद में जब कंपनी ने नोटिस जारी किए तो उसकी कोई तामील नहीं हुई। जब पता किया तो इस प्रकार हेराफेरी की बात सामने आई है। इस मामले में जब दुबई के कारोबारी से संपर्क किया तो उन्होंने लोन लेने से इंकार किया। बाद में कंपनी के कर्मचारी इरशाद और बाइक शोरूम के प्रबंधक पर धोखाधड़ी, जालसाजी की धाराओं में केस दर्ज कर दोनों गिरफ्तार कर लिया गया है।

वर्जन—–
दुबई के कारोबारी एवं बैंक की शिकायत पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। लोन प्रोसेस में फर्जी तरीके से दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था।
राजेश सिंह भदौरिया, एडीशनल डीसीपी, जोन टू

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो