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सोशल मीडिया ब्रांडिंग- वार्ड-मोहल्ले में बनी टारगेट सब्सक्राइबर्स की लिस्ट, विरो धियों पर हमले के साथ नेताजी का चमका रहे चेहरा

locationभोपालPublished: Jun 09, 2022 07:31:10 pm

 
प्राइवेट कंपनियों के अलावा अब टेक्नो फ्रेंडली युवकों का समूह भी जनप्रतिनिधियों के लिए कर रहा सोशल मीडिया मैनेजमेंट
बड़ी कंपनियों की तुलना में 25 से 50 हजार रुपए महीने के खर्च पर 24 घंटे का प्रचार
सोशल मीडिया ने नगरीय निकाय चुनाव प्रचार को एक नया रंग दे दिया है। चाहे बात खबरों की हो, विरोधियों पर निशाना साधना हो या फिर किसी के बारे में फेक न्यूज फैलाना, इस माध्यम के जरिए चुनावी माहौल में नेता हर तरह का हथियार मजबूती से चला रहे हैं।

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आंकड़ों के मुताबिक औसतन हर नागरिक हफ्ते में 17 घंटे सोशल मीडिया पर बिताता है। भोपाल में भी सोशल मीडिया के लाखों इंटरनेट सब्सक्राइबर हैं। इनमें युवाओं की तादाद सबसे ज्यादा है और उन युवाओं में ज्यादातर पहली बार वोट करने वाले नागरिक भी हैं। संभावित उम्मीदवारों ने अपने इलाकों में व्हाट्सएप संदेशों से लेकर दूसरे प्लेटफॉर्म पर स्थानीय मुद्दों के लिए भी अलग से बाकायदा टीम बनाई है। महज 25 से 50 हजार रुपए महीने के खर्च पर पार्षद चुनाव के भावी प्रत्याशी वार्ड और मोहल्ले में मतदाताओं के सोशल मीडिया ग्रुप पर अपना चेहरा चमका रहे हैं। किसने कितनी नाली बनवाई और किसने कितनी बार सड़क पर झाड़ू लगवाई। यह बातें तक सोशल मीडिया पर प्रचारित करवाई जा रही है। मोहल्ले में होने वाले सुख-दुख के आयोजन में नेताजी कब कहां नजर आए इसका भी बखान नगर निगम चुनाव के मौके पर किया जा रहा है।
ऐसे काम करती हैं ब्रांडिंग टीम
मोहल्ला स्तर पर लोकल ब्रांडिंग टीम में मुख्य रूप से चार से पांच युवकों का समूह काम करता है। कैमरामेन, सोशल मीडिया प्लेटफार्म हेंडलर, कंटेंट राइटर के अलावा मार्केटिंग के जरिए नेताओं से ऑर्डर लेने वाले युवा ऐसी टीमें संचालित करते हैं। नेताजी की जीवनी, अब तक के सालों में किए कामों का हिसाब किताब, विरोधियों के भ्रष्टाचार और प्रतिदिन के क्रियाकलापों को कंटेट राइटिंग, जेपीजी पोस्टर एवं यूट्यूब एवं अन्य लाइव प्रसारण वाले प्लेटफार्म के जरिए एक कमरे में बैठकर आसानी से लाखों मोबाइलों में वायरल किया जाता है। प्लेटफार्म की एक आईडी नेताजी के पास रहती है जिसमें वे प्रसारित सामग्री का अवलोकन करते रहते हैं।
फैक्ट फाइल-
नगर निगम वार्ड की संख्या- 85
कांग्रेस एवं भाजपा,आप उम्मीदवार- 255
शहर में लोकल ब्रांडिंग टीमे सक्रिय- 50
लोकल समूह में कितने युवाओं को रोजगार- 200
अगले महीने का संभावित कारोबार- 2 करोड़
शहर के वार्ड में अनुमानित सब्सक्राइबर्स- 72 लाख

वर्जन—–
प्रदेश एवं जिला स्तर पर प्रचार प्रसार के लिए प्रकोष्ठ बनाए गए हैं। लोकल स्तर पर प्रत्याशी भी अपनी टीमें बना लेते हैं। तकनीक के जानकार युवाओं की टोली सोशल मीडिया ब्रांडिंग कम खर्च में करती है। आजकल इसका चलन बढ़ गया है।
राजेंद्र गुप्ता, मीडिया प्रभारी, जिला भाजपा
वर्जन—
पीसीसी की सोशल मीडिया सेल पार्टी के काम करती है। वार्ड स्तर पर एवं स्थानीय प्रतिनिधियों की टीमें भी सक्रिय रहती हैं जिसकी निगरानी वो लोग स्वयं करते हैं। इससे कम समय में अपनी बात अधिक लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलती है।
अविनाश कड़बे, सोशल मीडिया प्रभारी, पीसीसी
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