इससे नई ट्रेनों को भी यहां से शुरू किया जाना आसान हो सकेगा। कोलकता एक्सप्रेस, इंदौर पटना एक्सप्रेस, इंदौर राजेन्द्र नगर एक्सप्रेस, इंदौर बरेली एक्सप्रेस सहित मालवा एक्सप्रेस का भोपाल से स्टापेज खत्म किया जाए।
इनमें से मालवा एक्सप्रेस का संत हिरदाराम नगर स्टापेज है। शेष इन पांच ट्रेनों का भी स्टापेज कर दिया जाए तो भोपाल रेलवे स्टेशन का बोझ काफी कम हो सकता है। इससे कोलकता, इंदौर, पटना, बरेली, दिल्ली व कटरा आदि तक जाने में यात्रियों को एक से दो घंटे के समय की बचत भी होगी।
क्योंकि भोपाल रेलवे स्टेशन पर ये ट्रेने ट्रैक चेंज करने के कारण काफी देर तक खड़ी रहती हैं। वैसे भी जिन ट्रेनों का संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर स्टापेज है, भोपाल के 80 प्रतिशत यात्री यहां उतरकर अन्य साधनों से गंतव्य तक पहुंचते हैं।
उन्हें भोपाल स्टेशन उतरने पर विभिन्न प्लेटफार्मों पर फुट ओव्हर ब्रिज क्रास करनी पड़ती है। इससे कई बुजुर्ग यात्रियों को काफी परेशानी होती है। ऐसे में उनके लिए संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर आना और जाना काफी आसान रहेगा।
भोपाल पर 130 ट्रेनों का बोझ
वर्तमान में भोपाल स्टेशन पर 130 ट्रेनों का बोझ है अगर इन 6 ट्रेनों का स्टापेज संत हिरदाराम नगर करने के बाद निशातपुरा से विदिशा की तरफ रूख किया जाता है, तो भोपाल स्टेशन पर अप व डाऊन 16 ट्रेनों का बोझ कम होगा। संत नगर स्टेशन पर ट्रेनों की संख्या काफी कम है। इससे संत नगर के कारोबार पर भी चार चांद लग जाएगा।
पश्चिम मध्य रेल्वे जबलपुर के महाप्रबंधक अजय विजयवर्गीय को इसके लिए मैंने ज्ञापन दिया है। भोपाल की जगह संत हिरदाराम नगर से छह ट्रेनों का स्टापेज होने से काफी सुविधा होगी।
नितेश लाल, रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति सदस्य