शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा कि वो लूट रहे है मेरे अपनों को, मैं चैन से कैसे बैठ जाऊं, वो नोंच रहे हैं मेरा प्रदेश , खामोश मैं कैसे हो जाऊं…दरअसल, शिवराज सिंह चौहान ने यह ट्वीट राज्य में अधिकारी से लेकर मंत्रियों के बीच चल रही खींचतान को लेकर किया है। साथ रेत उत्खनन को लेकर सरकार अपनों के साथ-साथ विरोधियों के निशाने पर भी है।
1 अगस्त 2017 को किया था ट्वीट
सीएम कमलनाथ ने 1 अगस्त 2017 को यह ट्वीट कर लिखा था कि वो लूट रहे हैं सपनों को, मैं चैन से कैसे बैठ जाऊं, वो बेच रहे हैं मध्यप्रदेश, खामोश मैं कैसे हो जाऊं..1 अगस्त 2017 को सीएम कमलनाथ ने यह ट्वीट तब किया था जब प्रदेश में बीजेपी सत्ता में थी। और कांग्रेस पंद्रह साल बाद सत्ता पाने के लिए संघर्ष कर रही थी। तब कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधने के लिए यह ट्वीट किया था।
सीएम कमलनाथ ने 1 अगस्त 2017 को यह ट्वीट कर लिखा था कि वो लूट रहे हैं सपनों को, मैं चैन से कैसे बैठ जाऊं, वो बेच रहे हैं मध्यप्रदेश, खामोश मैं कैसे हो जाऊं..1 अगस्त 2017 को सीएम कमलनाथ ने यह ट्वीट तब किया था जब प्रदेश में बीजेपी सत्ता में थी। और कांग्रेस पंद्रह साल बाद सत्ता पाने के लिए संघर्ष कर रही थी। तब कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधने के लिए यह ट्वीट किया था।
दरअसल, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले ही कमलनाथ को कांग्रेस ने प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी थी। कमलनाथ आलाकमान की उम्मीदों पर खरे भी उतरे और बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने में कामयाब भी हुए। अब प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर जब सवाल उठ रहे हैं तो शिवराज सिंह चौहान ने उन्हीं की शायरी को हथियार बना लिया है।
गौरतलब है कि सीएम कमलनाथ ने इंदौर में मेट्रो का शिलान्यास करने गए थे। इसी दौरान शिवराज ने उनपर ये हमला किया है। शिवराज सिंह चौहान केंद्र की राजनीति में जाने के बाद भी प्रदेश में खूब एक्टिव रहते हैं। प्रदेश में सरकार की नाकामियों को लेकर वो काफी आक्रमक हैं। चाहे किसानों का सवाल हो या फिर आदिवासियों का। शिवराज सिंह चौहान सरकार पर अटैकिंग मोड में ही रहते हैं।