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Nagdwari Yatra 2019: साल में 10 दिन ही खुलता है रहस्ययी दरवाजा, सबसे कठिन है यहां की यात्रा

locationभोपालPublished: Aug 01, 2019 07:07:05 pm

Submitted by:

Manish Gite

pachmarhi nagdwar yatra 2019: लाखों जहरीलें सांप, बिच्छुओं और जंगली जानवरों के रहने का ठिकाना सिर्फ साल में 10 दिनों के लिए ही खुलता है। सांपों के ही इस स्थान को कहा जाता है ‘नागलोक’।

pachmarhi nagdwari yatra 2019

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Pachmarhi nagdwari yatra 2019

भोपाल। मीलों तक फैला घना जंगल, पहाड़ों से घिरे दुर्गम रास्तें, बहता झरना। जहां अकेले कभी कोई नहीं जा सकता। लाखों जहरीलें सांप, बिच्छुओं और जंगली जानवरों के रहने का ठिकाना सिर्फ साल में 10 दिनों के लिए ही खुलता है। सांपों के ही इस स्थान को कहा जाता है ‘नागलोक’।

मध्यप्रदेश में पचमढ़ी की वादियों में घिरा है नागलोक। नागलोक का द्वारा होने के कारण इस स्थान को नागद्वारी भी कहा जाता है। पचमढ़ी से धूपगढ़ जाने वाले रास्ते से 20 किलोमीटर का खौफनाक दुर्गम पहाड़ी रास्ता पार करने के बाद इस जगह पर पहुंचा जा सकता है। नागपंचमी के पहले यहां जाने के रास्ते खोल दिए जाते हैं। 29 जुलाई से यहां के रास्ते खोल दिए गए।

 

भोपाल से 200 किमी दूर है नागद्वारी
नागद्वारी होशंगाबाद जिले की हिल स्टेशन पचमढ़ी में है। भोपाल से यह स्थान करीब 200 किलोमीटर दूर है। पचमढ़ी में धूपगढ़ जाने वाले रास्ते के पहले ही नागद्वारी का मार्ग है। इसी स्थान से ट्रैक शुरू होता है।

 

10 लाख लोग पहुंचते हैं दर्शन करने
इस क्षेत्र को खतरनाक और खौफनाक माना जाता है। यह क्षेत्र सालभर में सिर्फ दस दिनों के लिए खोला जाता है। श्रावण मास में खुलने वाला यह नागद्वारी नागपंचमी के आसपास तक चलता है। इस क्षेत्र का धार्मिक महत्व अधिक होने के कारण इस दस दिनों के भीतर दस लाख से अधिक लोग पहुंच जाते हैं। प्रशासन यहां वाटर प्रूफ टेंट, मेडिकल सुविधा, यातायात के इंतजाम, खाने पीने के निशुल्क इंतजाम भी करता है। इसके अलावा कई संगठन यहां लंगर और भंडारे का आयोजन करते हैं।


सांप-बिच्छुओं का खतरा
इस क्षेत्र को खौफनाक इसलिए भी माना जाता है कि करीब बीस किलोमीटर के इस बियाबान रास्ते में कहीं कोई बस्ती नहीं है। हर कदम पर सांप और बिच्छू ही रहते हैं। यानी किसी भी घटना के दौरान आपको कोई मदद नहीं मिल सकती है। हालांकि प्रशासन आने वाले लोगों की संख्या और परेशानियों को देखते तमाम तरह की व्यवस्थाएं करने लगा है। यात्रा के दौरान अक्सर ही ऐसे जीव नजर आते रहते हैं।

 

झरने और जड़ी-बूटियों से भरपूर है यह इलाका
खास बात यह है कि इस क्षेत्र में भरपूर जड़ी-बूटियां देखने को मिलती है। इसके साथ ही यहां का प्राकृतिक सौंदर्य भी लोगों को लुभाता है। यहां पर कई प्रकार के झरने भी हैं। कदम-कदम पर गहरी खाई भी होने से रोमांच बरकरार रहता है। कई स्थानों पर रस्सी का सहारा लेकर गुजरना पड़ता है।

 

पर्वतारोहियों के लिए रोमांचक यात्रा
नागद्वारी का धार्मिक महत्व होने के कारण यहां हर दिन एक लाख लोग आते हैं। दुर्गम रास्ते होने के कारण यह स्थान पर्वतारोहियों की पसंदीदा जगह है। यूथ होस्टल एसोसिएशन आफ इंडिया की लेकसिटी यूनिट भोपाल के सचिव संजय मधुप बताते हैं कि रोमांचक ट्रैकिंग के शौकीन युवा नागद्वारी ट्रैक की यात्रा पर हर साल जाते हैं। इस बार भी भोपाल से एक ग्रुप पहुंच रहा है।

 

अमरनाथ जैसा लगता है नजारा
इस यात्रा पर जाने वाले राहुल शुक्ला बताते हैं कि नागद्वारी यात्रा के दौरान बड़े-बड़े पहाड़ और गुफा का अद्भुत दृश्य देखकर लगता है जैसे हम अमरनाथ यात्रा कर रहे हों। कदम-कदम पर खतरा तो रहता ही है, लेकिन प्राकृतिक सौंदर्य और रोमांच के लिए यह हमारी पहली पसंद है।

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