सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि देश करेंसी कम हो रही है, जिससे जनता परेशान हो रही है और मुख्यमंत्री केंद्र की असफलता छुपाने के लिए कुछ भी बयान दे रहे हैं। ये लगाए आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि 2000 के नोटों की कमी इसलिए हो रही है क्योंकि भाजपा की केंद्र सरकार कर्नाटक चुनाव में बड़े पैमाने पर 2000 के नोटों का उपयोग चुनाव को प्रभावित करने के लिए कर रही है।
वहीं जानकारों का कहना है कि नोटों की कमी का मुद्दा सामने आते ही देश प्रदेश में अब नोटों पर राजनीति शुरू हो गई है। इधर, 2000 के नोट पर ये बोले वित्तमंत्री:
मध्यप्रदेश के वित्तमंत्री जयंत मलैया ने देशभर में करेंसी की कमी को स्वीकार करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में करेंसी की कमी की वजह से ही एटीएम से पैसा निकल नहीं पा रहा है।
मध्यप्रदेश के वित्तमंत्री जयंत मलैया ने देशभर में करेंसी की कमी को स्वीकार करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में करेंसी की कमी की वजह से ही एटीएम से पैसा निकल नहीं पा रहा है।
2 हजार के नोट की कालाबाजारी वाली बात पर भी उन्होंने कहा कि इसे अस्वीकार नहीं किया जा सकता। कुछ लोगों ने बड़े नोट अपने पास जमा कर लिए हैं। यह जांच के बाद ही सामने आएगा कि कैश की किल्लत की वजह क्या है।
मंत्री मलैया ने कहा कि मप्र सरकार ने किसानों के खाते में करोड़ों रुपए ट्रांसफर किए हैं। कैश की कमी की वजह से वे पैसा नहीं निकाल पा रहे। इस पर सरकार ने उन्हें कहा है कि वे अभी कम पैसा निकाले बाद में उनके लिए चेक की व्यवस्था की जा सकती है।
ज्यादा से ज्यादा करें डिजिटल ट्रांजेक्शन उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार भी इस बात को लेकर चिंतित है, सोमवार को इस मुद्दे पर एक बैठक भी होने वाली थी, लेकिन वो कैंसल हो गई। मंत्री ने कहा कि हम केंद्र सरकार के साथ लगातार संपर्क में है और जल्द ही यह समस्या सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। लोग ज्यादा से ज्यादा डिजिटल ट्रांजेक्शन का उपयोग करें।