सोमवार को राज्य संग्रहालय में ‘मप्र में रंग आंदोलन की नई दिशा’ विषय पर आयोजित विमर्श में कुछ इस तरह की बातों पर चर्चा हुई। मप्र शासन ओर संस्कृति विभाग की पहल के तहत पहली बार राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) से पासआउट मप्र के आर्टिस्ट के साथ इस तरह का दो दिवसीय विमर्श आयोजित किया जा रहा है।
शूटिंग के चलते नहीं आ सके कई एक्टर
इस विमर्श के लिए मप्र से ताल्लुक रखने वाले करीब 50 एनएसडियन को बुलाया गया था लेकिन कार्यक्रम का आमंत्रण देरी से मिलने के कारण गोविंद नामदेव, रघुबीर यादव, आशुतोष राणा और मुकेश तिवारी, गोदान जैसे बॉलीवुड एक्टर नहीं पहुंच सके। हालांकि व्यस्तता के बावजूद भी पीयूष मिश्रा, अशोक मिश्रा, टीकम जोशी जैसे करीब 30 नामी रंगकर्मी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।
इस दौरान वरिष्ठ रंगकर्मी अशोक मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में बुजुर्ग व नि:शक्त कलाकारों के लिए पेंशन की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने पं.बंगाल राज्य का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के 88 हजार बुजुर्ग व नि:शक्त कलाकारों को सरकार पेंशन देती है।