दोनों आरोपी छात्रा को खोजने के बहाने गए थे। कोहेफिजा पुलिस ने आरोपी जस्टिन को गिरफ्तार कर नौ मई तक पुलिस रिमांड पर लिया है। इस मामले में पुलिस ने गैंगरेप की धाराएं बढ़ाई हैं।
यह है मामला12 वर्षीय किशोरी आठवीं की छात्रा थी। 30 अप्रैल को वह अपनी 16 वर्षीय चचेरी बुआ के साथ घूमने निकली थी। उनके साथ करोंद निवासी अविनाश साहू (18) भी था, जो बुआ का बॉयफ्रेंड था।
तीनों एक्टिवा से शाम चार बजे मनुआभान की टेकरी पहुंचे। करीब पांच बजे नारियलखेड़ा निवासी जस्टिन राज (19) भी टेकरी पर पहुंचा। इस दौरान बुआ और मृतका सेल्फी लेने लगे। तभी अविनाश, अपनी गर्लफे्रंड से नाराज हो गया। यह देखकर छात्रा अलग टहलने लगी।
एएसपी मनु व्यास ने बताया कि दोनों आरोपी छात्रा की बुआ को टेकरी के ऊपरी हिस्से पर बैठा गए थे। छात्रा पास नजर नहीं आई तो अविनाश और जस्टिन उसे खोजने के बहाने निकले।
जहां से करीब 100 मीटर दूर दोनों आरोपियों ने चट्टान की खोह में ले जाकर छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया। छात्रा ने यह बात परिजनों को बताने की धमकी दी तो दोनों ने उसकी हत्या कर दी।
इसके बाद दोनों मृतका की बुआ के पास पहुंचे और कहा कि छात्रा कहीं नजर नहीं आ रही है। ज्ञात हो कि आरोपी अविनाश साहू पुलिस की रिमांड है। साक्ष्य संकलन के लिए पुलिस ने आरोपी जस्टिन राज को भी नौ मई तक रिमांड पर लिया है। जस्टिन एक निजी स्कूल में बारहवीं का छात्र है, जिसने प्राइवेट फार्म भरा है।
इधर, डीएसपी की हत्या करने सिपाही के घर से लेकर आया था कट्टा…
वहीं दूसरे मामले में भोपाल पुलिस मुख्यालय की सीआइडी शाखा में पदस्थ डीएसपी गोरेलाल अहिरवार की गोली मारकर हत्या करने वाला महिला हवलदार का बेटा पुलिस लाइन नेहरू नगर में पदस्थ सिपाही के घर से कट्टा लेकर आया था।
महिला हवलदार के आरोपी बेटे ने यह खुलासा पुलिस रिमांड के दौरान किया। पुलिस ने उसे रविवार को न्यायालय में पेश कर दिया, जहां से उसे जेल भेजा गया।
सीएसपी (प्रशिक्षु आइपीएस) अमित कुमार ने बताया कि महिला हवलदार का आरोपी बेटा हिमांशु प्रताप सिंह की पुलिस लाइन में पदस्थ सिपाही विवेक शर्मा से दोस्ती थी। विवेक नेहरू नगर में रहता है, उसके घर कट्टा रखा था। विवेक अवैध रूप से कट्टा रखे हुए थे, यह जानकारी हिमांशु को थी।
हिमांशु उससे कट्टा लेकर डीएसपी गोरेलाल अहिरवार के घर पहुंचा और गोली मारकर हत्या कर दी। अवैध रूप से कट्टा रखने के आरोप में सिपाही विवेक शर्मा के खिलाफ आम्र्स-एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर उसकी बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
यह है मामला
डीएसपी गोरेलाल अहिरवार अवधपुरी में रहते थे। एक मई की रात नेहरू नगर निवासी हिमांशु प्रताप सिंह ने उनकी गोली मारकर हत्या कर कर दी थी। पुलिस ने हत्या की वजह मां से अवैध संबंध और मोबाइल पर आपत्तिजनक संदेश देखना बताया था।
पुलिस ने हिमांशु के साथ उसके तीन साथी सूरज यादव निवासी अशोका गार्डन, अनिल सिंह राजपूत निवासी शक्ति नगर और चेतन शर्मा निवासी जवाहर चौक को भी आरोपी बनाया है। डीएसपी को गोली मारने के बाद आरोपी ने कट्टा अपने साथियों को ठिकाने लगाने के लिए दिया था।