शहडोल जिला पंचायत अध्यक्ष नरेंद्र मरावी ने सोमवार को भाजपा छोडऩे का ऐलान कर दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा संगठन को भेज दिया है। मरावी ने कहा कि मैं अपने जिले में जनता का काम ही नहीं करा पा रहा हूं तो एेसी पार्टी में रहकर क्या करूंगा। एक महीने के भीतर कांग्रेस की सदस्यता ले लूंगा। उधर, होशंगाबाद जिले के भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक विजय चौकसे ने भी सामूहिक इस्तीफे की धमकी दी है। इसके पहले रीवा जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा भाजपा छोड़कर कांगे्रस की सदस्यता ले चुके हैं।
नरेंद्र मरावी पिछले कई दिनों से भाजपा में अपनी उपेक्षा से नाराज चल रहे थे। मरावी ने ‘पत्रिका’ से चर्चा में कहा कि भाजपा सरकार में पंचायती राज व्यवस्था की हत्या कर दी है। अपनी मांगों को लेकर कई बार आंदोलन कर चुका हूं।
इस्तीफे के चेतावनी
होशंगाबाद जिले के भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक विजय चौकसे ने नर्मदा से अवैध उत्खनन का आरोप लगाते हुए 8000 लोगों के सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी दी है। चौकसे ने प्रदेश संगठन को लिखे पत्र में कहा कि 10 दिन के भीतर जिला खनिज अधिकारी शशांक शुक्ला को नहीं हटाया और अवैध उत्खनन नहीं रोका गया तो सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।
चुनावी साल, भाजपा में इस्तीफों की झड़ी
पिछले दो महीनों में भाजपा छोडऩे का सिलसिला जारी है। रीवा जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा भी पार्टी छोड़ चुके हैं। मार्च में रीवा के भाजपा नेता और पूर्व जनपद अध्यक्ष प्रणवीर सिंह ने भी पार्टी से इस्तीफा दिया है। फरवरी में रीवा जिले की ही त्योंथर जनपद अध्यक्ष गीता मांझी भी पार्टी छोडऩे का ऐलान कर चुकी हैं। नगरीय निकाय चुनाव के दौरान धार जिले की भाजपा नेता रेलम चौहान ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, जिन्हें पार्टी ने वापस बुला लिया।