मध्य प्रदेश में भई कोरोन के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे समय में एक बड़ी खबर परिजनों को राहत दे सकती है। जी हां सरकार ने अब 6 से 12 साल के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन लगाने की मंजूरी दे दी है। DCGI ने कोवैक्सिन को मंजूरी देने के बाद अब छोटे बच्चों को कोरोना रोधी टीका लगाने का रास्ता साफ हो गया है।
हालांकि मध्य प्रदेश में 12 साल ऊपर के बच्चों को टीका लगाया जा रहा है जो स्कूलों सहित स्वास्थ्य केंद्र में जारी है। मध्यप्रदेश में 12से बड़े 22,94,635 बच्चों को सुरक्षा का टीका लगाया जा चुका है। बड़े बच्चों के साथ ही छोटे बच्चे भी स्कूलों में जा रहे हैं अब इनको भी टीका लगने के बाद कोरोना के संक्रमण का खतरा कम हो जाएगा।
वही प्रदेश में कोरोना रोधी टीके के आंकड़ो पर नजर डाले तो मध्यप्रदेश में अब तक कुल 11,73,73,766 टीके लगाए जा चुके हैं जिनमें से 6,01,78,398 लोगों को प्रथम डोज, 5,61,58,311 को द्वितीय डोज और 10,36,057 को प्रिकॉशन डोज लगाया जा चुका है।
DCGI के फैसले के बाद अब छोटे बच्चों के लिए जायड्स कैडिला की जायकोव डी वैक्सीन की इमरजेंसी यूज की मंजूरी मल गई है। देश प्रदेश में अभी 12-14 साल के बच्चों को कॉर्बेवैक्स वैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है। 3 जनवरी 2022 से 15-18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ था। उनको कोवैक्सिन का डोज दिया जा रहा है।
भारत बायोटेक ने पिछले साल 2 से 18 साल के बच्चों में कोवैक्सीन के ट्रायल किया था और उसका डाटा सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) को सौंप दिया था। डेटा एनालाइसिस के बाद 11 अक्टूबर 2021 को सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने 2 से 18 साल के बच्चों में कोवैक्सीन लगाने का इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन दे दिया।