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कोरोना संकट के बीच एक और मुसीबत, प्रदेश के 3500 डॉक्टर्स की हड़ताल

locationभोपालPublished: Oct 07, 2020 10:19:22 am

Submitted by:

Hitendra Sharma

मध्य प्रदेश के सभी 13 सरकारी मेडिकल कॉलेज के करीब 3500 डॉक्टर्स ने गुरुवार से हड़ताल पर जाने का किया एलान

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भोपाल. मध्य प्रदेश में कोरोना संकट से जूझ रहे मरीजों के लिये और बड़े संकट का सामना करना पड़ सकता है। गुरुवार को प्रदेश के सभी 13 सरकारी मेडिकल कॉलेज के करीब 3500 डॉक्टर हड़ताल पर जाएंगे। हालात तब और ज्यादा खराब हो जाएंगे जब इस हड़ताल में जूनियर डॉक्टर भी शामिल हो जाएंगे।

प्रदेश में डॉक्टर्स की हड़ताल से सबसे ज्यादा संकट अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों पर होगा। इलाज ना मिलने की स्थिति में कोरोना मरीजों की हालत गंभीर हो सकती है। प्रदेश की राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में आईसीयू में 126 कोरोना संक्रमित भर्ती हैं। इनमें से 28 गंभीर है 8 मरीज वेंटिलेटर पर हैं, वेंटीलेटर पर रखे गए मरीजों को लगातार निगरानी की जरूरत होती है। ऐसे में हालात ऐसे में हड़ताल इन के लिए जानलेवा साबित हो सकती है।

क्या है मामला
दरअसल यह विरोध सागर में हुई एक घटना के चलते हो रहा है सागर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर ने कोरोना की जांच के बाद लक्षणों के आधार पर मरीज को गोविंद केयर सेंटर में एडमिट कर दिया डॉक्टर के मुताबिक मरीज की स्थिति बिलकुल सामान्य थी। दूसरे अस्पताल जाते समय रास्ते में मरीज की मौत हो गई। परिजनों की शिकायत पर कलेक्टर ने कॉलेज प्रबंधन से मामले की जांच करवाई कॉलेज प्रबंधन ने रिपोर्ट में डॉक्टरी जांच को बिल्कुल सही बताया। उसके बाद कलेक्टर ने कॉलेज डीन की रिपोर्ट को ना मानते हुए मध्य प्रदेश मेडिकल काउंसिल के डॉक्टर के लाइसेंस निरस्त करने की अनुशंसा कर दी।

कलेक्टर की कर्रवाई से पूरे प्रदेश के डॉक्टर नाराज हो गए है। अब इस पूरे मामले में मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन मध्य प्रदेश के सचिव डॉक्टर राकेश मालवीय का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारी कॉलेज डीन की रिपोर्ट को गलत बता रहे हैं ऐसे तो सभी 3500 डॉक्टरों के लाइसेंस सस्पेंड करना चाहिए।

https://youtu.be/Z5M9vIKBqDM

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