बैरसिया के द रॉयल पब्लिक स्कूल ने अभिभावकों के लिए जारी पत्र में कहा है कि कोविड-19 को देखते हुए प्रबंधन ने निर्णय लिया है कि सभी छात्र- छात्राओं से मासिक शुल्क स्कूल खुलने के बाद ही लिया जाएगा। लॉकडाउन या स्कूल बंद रहने तक कोई शुल्क नहीं ली जाएगी। पिछले सत्र 2019-20 में विलंब शुल्क निश्चित समय तक जमा करने पर माफ हुए हैं। स्कूल की ओर से ऑनलाइन क्लासेज निशुल्क देने की बात भी कही गई है।
पालक महासंघ अध्यक्ष कमल विश्वकर्मा ने बताया कि प्रदेश में कुछ जिलों में निजी स्कूलों ने अभिभावकों के हित में निर्णय लिए हैं, वहीं राजधानी में अभी भी अधिकतर स्कूल प्रबंधन कक्षाएं नहीं लगने के बावजूद फीस के लिए दबाव बना रहे हैं। ऐसे में कुछ स्कूलों द्वारा अभिभावकों के पक्ष में कदम उठाने का स्वागत है।
स्कूल फीस को लेकर पालक कई महीनों से परेशाान थे और सरकार से लेकर उच्च न्यायालय तक का दरवाजा खटखटा चुके थे। कोरोना के चलते पहले से ही बच्चे घरों में कैद हैं, कई स्कूलों ने ऑनलाइन क्लास के नाम पर पढ़ाई तो शुरु कराई पर, अभी प्रदेश में स्कूल और छात्र दोनों ही इतने साधन संपन्न नहीं है कि एक दम से ही ऑनलाइन क्लास से पढ़ सकें। हालांकि स्कूलों ने कुछ घंटों की क्लास लेकर पालकों को फीस भरने के लिये मजबूर भी किया है पर अब ‘नो स्कूल, नो फीस अभियान के बाद स्कूल संचालकों के तेवर ढीले पड़ते दिखाई दे रहे हैं।