करीब तीन दशकों से भाजपा का किला बने इस भोपाल लोकसभा सीट में इस बार कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। एक ओर जहां नेता अपनी बातें जनता के सामने रख रहे हैं।
वहीं इसी दौरान भोपाल भी दो पक्षों में बंट सा गया है। इसी के चलते शुक्रवार को दिग्विजय सिंह और प्रज्ञा ठाकुर को समर्थन देने के मामले में गैस पीडि़त संगठन दो फाड़ हो गए हैं।
एक संगठन जहां कांग्रेस और दिग्विजय सिंह को गैस पीडि़तों का रहनुमां बता समर्थन देने की बात कर रहा है तो अन्य इससे सहमत नहीं हैं।
ये बोली भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर…
इससे पहले भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर शुक्रवार को वल्लभ भवन के सामने पार्क में सभा करने पहुंची। प्रज्ञा ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर हमला करते हुए कर्मचारियों से कहा कि आप भी उन से पीडि़त हैं, मैं भी।
यह देश भी परेशान है। अब हमें मिलकर उन्हें सबक सिखाना है।
प्रज्ञा ने कहा कि जो हिंदुत्व को आतंकवाद से जोड़ता है, सेना के पराक्रम पर सवाल उठाता है और देश तोडऩे वालों को सम्मान देता है, ऐसे व्यक्ति का समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
दिग्विजय हर मौके का फायदा वोट बैंक को बढ़ाने के लिए करते हैं। उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस ने 14,000 दैवेभो को निकाल दिया था। प्रज्ञा शुक्रवार को संत हिरदाराम नगर में पहुंची और लोगों से समर्थन मांगा। प्रज्ञा ने मीडिया से कहा कि जिसने बेटी की उम्र की लड़की से शादी की हो, वो मेरे पिता समान नहीं हो सकते।
गौरतलब है कि गुरूवार को दिग्विजय सिंह ने प्रज्ञा को बेटी समान बताया था। उधर, शुक्रवार को प्रज्ञा के इस बयान पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं इस तरह की बातों का जवाब नहीं देता।
वहीं सैफिया कॉलेज ग्राउंड पर कम्प्यूटर बाबा के हठयोग अनुष्ठान में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के पत्नी अमृता सिंह सहित शामिल होने के मामले में कम्प्यूटर बाबा ने अनभिज्ञता जताई है।
मंत्री आरिफ अकील के पहुंचने और पोस्टर लगाने को लेकर भी कुछ स्पष्ट नहीं किया है। बाबा के जवाब को सहायक निर्वाचन अधिकारी बैरागढ़ केके रावत ने जिला निर्वाचन अधिकारी को भेज दिया है।
दरअसल, कुछ दिन पहले सैफिया कॉलेज ग्राउंड पर कम्प्यूटर बाबा की तरफ से चंद्रशेखर रायकवार ने अनुमति ली थी। धार्मिक अनुष्ठान के नाम पर जारी हुई अनुमति में दिग्विजय सिंह उनकी पत्नी अमृता सिंह, मंत्री आरिफ अकील भी आए थे।
शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को बैरसिया पहुंचे। यहां उन्होंने कहा हकि दिग्विजय सिंह ने पूरे प्रदेश का बंटाढार किया था।
सांसद आलोक संजर का टिकट कटने का दर्द आखिर छलक ही गया। शुक्रवार को फेसबुक अकाउंट पर उन्होंने लिखा कि कोई यह न समझे कि उनका टिकट काटा है। उन्होंने प्रज्ञा सिंह ठाकुर को टिकट देने की पैरवी की थी। इस पर संगठन में कोई मतभेद नहीं हुआ।
यहां भाजपा को भी सिर्फ तीन सीट का फासला है और कांगे्रस से डेढ़ लाख वोट ज्यादा मिले। जावड़ेकर ने प्रज्ञा ठाकुर के हेमंत करकरे को लेकर दिए बयान पर असहमति जताई। बोले कि महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडऩवीस ने इस पर जो टिप्पणी की वह सही है। भाजपा भी उनके बयान से सहमत है।
दिग्विजय और प्रज्ञा को लेकर दो फाड़…
वहीं दूसरी ओर दिग्विजय सिंह और प्रज्ञा ठाकुर को समर्थन देने के मामले में गैस पीडि़त संगठन दो फाड़ हो गए हैं। एक संगठन जहां कांग्रेस और दिग्विजय सिंह को गैस पीडि़तों का रहनुमां बता समर्थन देने की बात कर रहा है तो अन्य इससे सहमत नहीं हैं।
विवाद भोपाल गैस पीडि़त महिला उद्योग संगठन के संयोजक अब्दुल जब्बार ने शुक्रवार को कहा था, दिग्विजय ने छह लाख गैस पीडि़तों को भरोसा दिलाया है कि वह उनके सभी मुद्दों को सुलझाने का प्रयास करेंगे।
इधर, गैस पीडि़त संगठन की सदस्य रचना ढींगरा का कहना है कि एक व्यक्ति के कहने से सभी संगठन समर्थन न दें। हमने कांग्रेस का घोषणा-पत्र देखा है, उसमें गैस पीडि़तों के लिए कोई बात नहीं है। स्वयं दिग्विजय सिंह फर्जी बातें करते हैं। भाजपा के घोषणा-पत्र में भी पीडि़तों के लिए कुछ नहीं है। हम राजनैतिक संगठन नहीं है, हम किसी का समर्थन नहीं करते ।