पत्रिका ने बुधवार को बिजली कंपनी के बिलिंग काउंटर पर पड़ताल की तो विकट स्थिति नजर आई। शाहपुरा बिजली कार्यालय पर ही दोपहर साढ़े तीन बजे बिल काउंटर बंद कर दिया गया। पास के एक नए कार्यालय में एटीपी मशीन लगी थी। लोगों का कहना है कि यहां सर्वर की दिक्कत बनी रहती है। यहां काउंटर पर पूछने से पता चला कि साढ़े तीन बजे बिल जमा करना बंद कर दिया जाता है। यहां एक उपभोक्ता रमेशसिंह बिल लेकर भटक रहे थे, लेकिन उसकी शिकायत दर्ज करने की बजाय कॉल सेंटर पर कॉल करने का कहा गया। वजह थी कोई सीसीआर यहां नहीं होना। इसी तरह की स्थिति रचना नगर में अस्सी फीट रोड किनारे के बिलिंग काउंटर पर रही। यहां भी साढ़े तीन बजे तक ही बिल जमा किए गए। इसके बाद आने वाले उपभोक्ताओं को एटीपी मशीन पर बिल जमा करने के लिए एमपी नगर भेजा गया। यहां बिल जमा कराने पहुंचे 62 वर्षीय जयकृष्ण अग्रवाल ने बताया कि वे बिल जमा कराने कैश काउंटर पर ही आते हैं। आज लेट हो गए तो अब कल आएंगे।
सभी 48 कै श काउंटर पर ऐसे ही हालात
भोपाल सिटी सर्क ल के सभी 48 कैश काउंटर पर यही हाल है। सबसे खराब स्थिति शहर के किनारे के ओएंडएम यानी ग्रामीण क्षेत्र के कै श काउंटर पर है। यहां के 78 काउंटर तो दोपहर एक बजे ही बंद हो जाते हैं। शहर में स्थिति ये है कि यदि कोई दोपहर साढ़े तीन बजे बाद बिजली के जोन कार्यालय या पास के काउंटर पर पहुंचे तो बिल जमा करने से इनकार कर देते हैं। कार्यालय के पास एटीपी मशीन है और सर्वर ठीक काम कर रहा है तो यहां बिल जमा हो सकता है, नहीं तो अगले दिन आना होगा। इतना ही नहीं, यदि कोई उपभोक्ता अपनी बिजली संबंधी शिकायत लेकर कार्यालय पहुंच जाए तो उसे अटेंड करने कोई सीसीआर नहीं मिलेगा। बिजली कार्यालय पर खड़े होने के बावजूद शिकायत दर्ज करने उसे बिजली के एकीकृत कॉल सेंटर के हेल्पलाइन नंबर दिए जाएंगे।