नगरीय निकाय चुनाव के ऐलान के साथ प्रदेश में राजनीतिक दलों में सक्रियता तेज हो गई है। नगर सरकार बनाने के लिए दल एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। वहीं मतदाताओं को रिझाने के लिए उन्हें भरोसे में लेने के जतन शुरू हो गए हैं। इसके लिए भाजपा ने नगर निगम स्तर पर घोषणा-पत्र जारी करने का निर्णय लिया है। कांग्रेस वचन-पत्र जारी करेगी।
दरअसल, पार्टियां यह से जानती हैं कि नगर निगमों में जीत के लिए मतदाताओं का सहयोग जरूरी है। इसके लिए घोषणा-पत्र सबसे अहम है। भाजपा ने तय किया है कि पार्टी निकाय चुनाव में नगर निगम स्तर पर घोषणा-पत्र जारी करेगी। प्रदेश स्तर पर एक घोषणा-पत्र अलग से जारी होगा। कांग्रेस घोषणा-पत्र के बजाय वचन-पत्र जारी करेगी। यानी वह कोई वादा नहीं करेगी, बल्कि वचन देगी।
वहीं आम आदमी पार्टी ‘आप’ ने एक कदम आगे बढ़कर लोगों को राहत देने का निर्णय लिया है। पार्टी का वादा है कि यदि उसकी नगर सरकार बनती है तो प्रॉपर्टी टैक्स माफ होगा, कमर्शियल टैक्स हाफ किया जाएगा। टैक्स की मार झेल रहे आमजन के लिए यह सबसे बड़ी राहत होगी। उधर, निकाय चुनाव के लिए कमर कस चुकी सपाक्स पार्टी ने घोषणा पत्र पर मंथन शुरू किया है। प्रदेश अध्यक्ष सुरेश शुक्ला ने बताया कि पार्टी पूरे प्रदेश में नगरीय निकायों चुनाव लड़ेगी।